हिंदू संगठनों में आक्रोश फैल गया है, संगठन ने चेतावनी देते हुए कहा अगर 24 घंटे में गिरफ्तारी नहीं हुई, तो पूरे शहर में उग्र आंदोलन किया जाएगा,हिंदू संगठनों ने प्रशासन को सख्त कार्रवाई के लिए अल्टीमेटम दिया है।
MP |जबलपुर में संत स्वामी राघव देवाचार्य को सोशल मीडिया पर जान से मारने की धमकी मिलने के बाद शहर में तनाव का माहौल निर्मित हो गया है। धमकी देने वालों ने न केवल संत को निशाना बनाया बल्कि हिंदू देवी-देवताओं के खिलाफ भी आपत्तिजनक टिप्पणियां कीं-घटना उस समय सामने आई जब संत राघव देवाचार्य और हिंदूवादी संगठनों ने विशेष समुदाय से जुड़े कुछ युवकों द्वारा हिंदू देवी-देवताओं पर की गई अपमानजनक टिप्पणी के विरोध में प्रदर्शन किया। इसी दौरान अज्ञात तत्वों ने सोशल मीडिया पर संत को धमकी देते हुए अपशब्द कहे, जिससे हिंदू संगठनों में आक्रोश फैल गया।
धमकी के पीछे क्या है पूरा मामला?
यह पूरा विवाद 8 अप्रैल से शुरू हुआ, जब हनुमान ताल निवासी अब्दुल मजीद ने बूढ़ी माता के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी सोशल मीडिया पर की। इसके विरोध में 9 अप्रैल को संत समाज और हिंदू संगठनों ने थाना परिसर के बाहर प्रदर्शन किया,इसके बाद 11 अप्रैल को पुलिस ने अब्दुल मजीद को गिरफ्तार कर NSA (राष्ट्रीय सुरक्षा कानून) के तहत कार्रवाई की। लेकिन मामला यहीं नहीं रुका – 13 अप्रैल को स्वामी राघव देवाचार्य को जान से मारने की धमकी मिली।
प्रकरण सामने आने के बाद मदन महल थाना पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए IPC की धाराओं 299, 296, 251(2) के तहत एफआईआर दर्ज की है। पुलिस ने साइबर सेल की मदद से विशेष समुदाय से जुड़े 12 से अधिक इंस्टाग्राम अकाउंट्स की पहचान की है और जांच प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जा रहा है।
हिंदू संगठनों की चेतावनी
सेवा परिषद के अध्यक्ष अतुल जैसवानी ने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए कहा कि अगर 24 घंटे में गिरफ्तारी नहीं हुई, तो पूरे शहर में उग्र आंदोलन किया जाएगा,हिंदू संगठनों ने प्रशासन को सख्त कार्रवाई के लिए अल्टीमेटम दिया है, वहीं पुलिस का दावा है कि जल्द ही आरोपियों को पकड़ लिया जाएगा।