शिकायत के बाद पुलिस ने पाया कि जमीन बेचने के नाम पर करोड़ों रुपए की ठगी हुई है, लिहाजा बिल्डर शंकर मच्छानी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
ओमती थाना प्रभारी ने बताया कि 2023 में राजकुमार बुधरानी के द्वारा शिकायत की गई थी,जिसकी जांच की दौरान पता चला कि राजकुमार और शंकर मच्छानी के बीच विजय नगर स्थित जमीन का एग्रीमेंट हुआ था,मामले पर बिल्डर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर तलाश की जा रही है।
MP- जबलपुर |जबलपुर शहर के चर्चित बिल्डर्स पर करोड़ों रूपए की जमीन की धोखाधड़ी करने का प्रकरण दर्ज हुआ है..बिल्डर शंकर मंछानी को इस बात की भनक लग गई थी की पुलिस ने FIR दर्ज कर ली है फिर क्या बिल्डर फरार हो गया...बता दें की बिल्डर शंकर मंछानी एक विधायक के करीबी है विधायक की क्षत्र छाया में काम करते है और हम बताना चाहते है की ज्यादातर बिल्डरों पर विधायक या मंत्री की विशेष कृपा बनी रहती है,और यह कहना गलत नहीं होगा की काली कमाई इनके द्वारा सफेद कर ली जाती है और चम-चमाती सफेद पोशाक हांथ जोड़कर जनता के सामने सिर हिलाती है।सूत्रों की माने तो मंछानी बिल्डर का सफेद पोशाक विधायक भी अकूत संपति का मालिक है जब सइयां भए कोतवाल तो डर कैसा... सर पर विधायक का हांथ साथ में पार्टनरशिप अजी वाह क्या बात है।
जबलपुर के ओमती थाना पुलिस ने एक बड़े बिल्डर के खिलाफ FIR दर्ज की है। बिल्डर का नाम शंकर मच्छानी है,इस बिल्डर पर आरोप है कि उसने नेपियर टाउन निवासी राजकुमार बुधरानी की संपत्ति के कूटरचित दस्तावेज तैयार किए और रजिस्ट्री के लिए उपयोग होने वाले शासकीय अधिकारियों के हस्ताक्षर करते हुए करोड़ों रुपए हड़प लिए।
शंकर मच्छानी ने फर्जी दस्तावेज तैयार किए
शिकायतकर्ता राजकुमार ने बताया की उसने अक्टूबर 2023 में बिल्डर के खिलाफ पुलिस से शिकायत की थी। जिसकी जांच के दौरान पुलिस ने पाया कि शंकर मच्छानी ने फर्जी दस्तावेज तैयार किए है। एफआईआर की जानकारी मिलते ही बिल्डर फरार हो गया है। पुलिस ने जांच के दौरान यह भी पाया है कि शिकायतकर्ता और बिल्डर के खिलाफ जेडीए की जमीन का एग्रीमेंट हुआ था, और करोड़ों रुपए का लेनदेन भी किया था बता दें की नेपियर टाउन निवासी राजकुमार बुधरानी सलवार सूट मैन्युफैक्चरिं का व्यवसाय करते है। उन्होंने अपने परिचित शंकर मच्छानी से 22/08/2014 को जबलपुर विकास प्राधिकरण की योजना क्रमांक 11 द्वितीय चरण के स्वीकृत लेआउट के 24402 वर्ग फुट का विक्रय एग्रीमेंट 2600/ रु प्रति वर्ग फुट कुल कीमत छः करोड़ चौंतीस लाख पैंतालीस हजार दो सौ रुपए में तय किया था।
संपत्ति के बतौर बयाने के रूप में दिनांक 29/10/09 को 7,00,000 रुपए एक्सिस बैंक चेक क्रमांक 607964, दिनांक 09/07/2014 को 17,00,000 रुपए केनरा बैंक चेक क्रमांक 469381, दिनांक 10/07/2014 को 8,00,000 एक्सिस बैंक आरटीजीएस, दिनांक 10/07/2014 को 16,00,000 रुपए एक्सिस बैंक आरटीजीएस, दिनांक 10/07/2014 को 27.00.000 रुपए नगद कुल 75,00,000 रूपए, शंकर मच्छानी को दिए थे।
राजुकमार बुधरानी ने पुलिस को शिकायत में बताया कि 9,00,000 एक्सिस बैंक चेक क्रमांक 607969 दिनांक 21/08/2014 की केनरा बैंक चेक क्रमांक 469382 वा नगद 48,00,000 रुपए कुल 75.00.000 रुपए शोभा यादव को जबलपुर हॉस्पिटल के बाजू में उनके कार्यालय में दिए थे।
अभी तक कुल एक करोड़ पचास लाख रुपए दे चुके है। शंकर मच्छानी से कहा गया था कि शेष राशि जून 2015 तक भुगतान कर उक्त संपत्ति अपने नाम कर हस्तांतरण लेना करवा लूंगा। जमीन के एग्रीमेंट शर्तों पर लिखा गया था कि जमीन के ऊपर से जो 11 केवी की बिजली लाइन जा रही है, उसे शंकर मच्छानी और शोभा यादव के द्वारा स्वयं के खर्च 6 लाख रुपए से शिफ्ट करवा दिया जायेगा। जो कि समयावधि पूर्ण होने पर भी शंकर एवं शोभा यादव के द्वारा नहीं करवाया गया, जो कि आज भी अधूरी है।
शंकर मंछानी और शोभा यादव को एग्रीमेंट पर बकाया राशि का भुगतान कर जमीन की रजिस्ट्री करने का लिए कहा गया था तब शंकर मंछानी एवम शोभा यादव के द्वारा टालने का काम किया गया तो अगस्त 2017 में कोर्ट में परिवाद दायर किया।
शिकायतकर्ता राजकुमार बुधरानी ने बताया कि फरवरी 2021 में जिस जेडीए की संपति को लेकर शंकर मच्छानी और शोभा यादव को करोड़ों रुपए दिए गए थे। उस जमीन का परोहा डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड डायरेक्टर मोहन प्रसाद परौहा के नाम 15/11/2019 को कर दी गई। राजकुमार ने परोहा डेवलपर्स से संपर्क किया, और जमीन के दस्तावेज देखे तो पता चला कि फर्जी शपथ पत्र जिसमें कि राजकुमार के फर्जी साइन करके परौहा डेवलपर्स के नाम हो चुकी है, इस पर राजकुमार ने बताया कि उन्होंने कही भी किसी भी शपथ पत्र में साइन नहीं किए है उनके साथ धोखा हुआ है।
राजकुमार बुधरानी के द्वारा दी गई शिकायत के बाद पुलिस ने पाया कि उनके साथ जमीन बेचने के नाम पर करोड़ों रुपए की ठगी हुई है, लिहाजा बिल्डर शंकर मच्छानी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। ओमती थाना प्रभारी ने बताया कि 2023 में राजकुमार बुधरानी के द्वारा शिकायत की गई थी,जिसकी जांच की दौरान पता चला कि राजकुमार और शंकर मच्छानी के बीच विजय नगर स्थित जमीन का एग्रीमेंट हुआ था, जिसे कि बाद में बिल्डर के द्बारा किसी और को बेच दी गई। मामले पर बिल्डर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर तलाश की जा रही है।