एनआई ने आतंकी मॉड्यूल का किया भंडाफोड़ कासिफ के तीनों साथियों को एनआईए ने इसी साल मई महीने में गिरफ्तार किया था। कासिफ भोले-भाले मुस्लिम युवाओं का ब्रेनवॉश कर उन्हें कट्टरपंथी बनाने के लिए कार्यक्रम आयोजित करने में शामिल था। साथ ही वह लोगों को आईएसआईएस में शामिल होने के लिए प्रेरित भी करता था।
ISIS का प्रचार कर रहा था कासिफ खान,आईएसआईएस की विचारधारा से कासिफ ताल्लुक रखता था। कासिफ अपने तीनों सहयोगियों सैयद मामूर अली, मोहम्मद आदिल खान और मोहम्मद शाहिद के साथ मिलकर काम करता था।
आरोपी भारत में इस्लामिक स्टेट की स्थापना करना चाहते थे। आईएसआईएस की तरफ से आरोपी भारत में हिंसक आतंकी हमले को अंजाम देने की साजिश रच रहे थे।
MP- जबलपुर |जबलपुर में एनआईए को बड़ी सफलता मिली है। आतंक फैलाने की साजिश रचने वाले जबलपुर आईएसआईएस मॉड्यूल के चौथे आरोपी को एनआईए ने गिरफ्तार कर लिया है। एनआईए ने आरोपी कासिफ खान को गिरफ्तार किया है जो कि जबलपुर का रहने वाला है। देश में तबाही फैलाने के लिए प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन आईएसआईएस की विचारधारा से कासिफ ताल्लुक रखता था। कासिफ अपने तीनों सहयोगियों सैयद मामूर अली, मोहम्मद आदिल खान और मोहम्मद शाहिद के साथ मिलकर काम करता था।
ISIS के प्रचार-प्रसार में लगे रहते थे आरोपी
बीते दिनों NIA के प्रवक्ता ने बताया था कि अगस्त 2022 में आरोपी मोहम्मद आदिल खान का नाम जांच एजेंसी के जानकारी में आया था। तब से उसकी जांच की जा रही थी। ISIS समर्थक गतिविधियों की जानकारी मिलते ही NIA ने 24 मई को मामला दर्ज किया था।
आदिल और उसके सहयोगियों पर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के साथ ही जमीनी प्रोग्राम 'दावा' के जरिए ISIS के प्रचार-प्रसार में शामिल होने का आरोप है। यह मॉड्यूल स्थानीय मस्जिदों और घरों में बैठकें करता थे, और देश में आतंक फैलाने की साजिशें रच रहे थे। खान केई यूट्यूब चैनल्स, इंस्टाग्राम और वॉट्सऐप ग्रुप चला रहा था।
जांच से पता चला था कि तीनों आरोपी कट्टरपंथी हैं। इनके मंसूबे हिंसक जिहाद को अंजाम देने के थे। वे फंड जमा करने, ISIS प्रचार सामग्री का प्रसार करने, युवाओं को बरगलाने, भर्ती करने और आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने के मकसद से हथियार और गोला-बारूद खरीदने की कोशिश में लगे थे।
सैयद मामूर अली ने 'फिसाबिलिल्लाह' के नाम से एक ग्रुप बनाया था। वह इसी नाम से एक वॉट्सऐप ग्रुप भी चला रहा था। वह अपने साथियों के साथ पिस्तौल खरीदने की कोशिश कर रहा था। इसके लिए अवैध रूप से हथियार सप्लाई करने वाले के संपर्क में था।
जांच में यह बात भी सामने आई थी कि तीसरा आरोपी शाहिद हथियार जमा करने की कोशिश में लगा था। उसने पिस्तौल के साथ ही IED और ग्रेनेड खरीदने का प्लान बनाया था। ताकि हिंसक वारदातों को अंजाम दे सके।
एनआई ने आतंकी मॉड्यूल का किया भंडाफोड़
कासिफ के तीनों साथियों को एनआईए ने इसी साल मई महीने में गिरफ्तार किया था। कासिफ भोले-भाले मुस्लिम युवाओं का ब्रेनवॉश कर उन्हें कट्टरपंथी बनाने के लिए कार्यक्रम आयोजित करने में शामिल था। साथ ही वह लोगों को आईएसआईएस में शामिल होने के लिए प्रेरित भी करता था। बता दें कि आईएसआईएस एक अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी समूह है, जो दुनियाभर में बड़े आतंकी हमलों को अंजाम देने में शामिल रहा है।
कासिफ खान को किया गिरफ्तार
एनआईए ने 24 मई को जबलपुर आईएसआईएस मॉड्यूल का पर्दाफाश किया था। आरोपी भारत में इस्लामिक स्टेट की स्थापना करना चाहते थे। आईएसआईएस की तरफ से आरोपी भारत में हिंसक आतंकी हमले को अंजाम देने की साजिश रच रहे थे। आरोपी सोशल मीडिया के जरिए और लोगों से मिलकर आईएसआईएस का प्रचार कर रहा था। एनआईए की जांच में पता चला था कि मॉड्यूल आतंकी हमलों की योजना बना रहा है। इसके लिए वो बैठकों का आयोजन कर रहा है। आरोपी युवाओं को प्रेरित करने और युवाओं को भर्ती करने तथा घातक हथियार खरीदने और आईएसआईएस के प्रचार-प्रसार में लगे हुए हैं।