पुलिस की प्रारंभिक जांच में पता चला है कि कम से कम 100 कर्मचारियों के GPF खातों में से उनकी मर्जी के बिना लगभग ₹15 करोड़ की राशि निकाली गई है।
आरोपियों ने जेल के लैंडलाइन नंबर खातों में जोड़ दिए थे। जिससे गड़बड़ी का पता ही न चले।
MP- Ujjain News: मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले में हुए कर्मचारी भविष्य निधि घोटाले में भैरवगढ़ सेंट्रल जेल की अधीक्षक उषा राजे को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि कम से कम 100 कर्मचारियों के GPF खातों में से उनकी मर्जी के बिना लगभग ₹15 करोड़ की राशि निकाली गई है। इस मामले में जेल के सहायक लेखा अधिकारी श्री रिपुदमन सिंह और श्री शैलेंद्र सिंह सिकरवार भी आरोपी हैं।
15 करोड़ के पीएफ घोटाले के मामले में हटाई गई सेंट्रल जेल अधीक्षक उषा राज को महिला पुलिस की मौजूदगी में पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया। भैरवगढ़ थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि, आरोपितों ने जेल के लैंडलाइन नंबर खातों में जोड़ दिए थे। जिससे गड़बड़ी का पता ही न चले, करीब 3 साल से गबन किया जा रहा था। मामला सामने आने के बाद कोषालय के अधिकारियों ने रिपुदमन सिंह के खिलाफ केस दर्ज करवाया था। जांच के बाद पुलिस ने शैलेंद्र सिंह सिकरवार को भी आरोपित बनाया है।