पेट्रोल टैंक केवल 50 लीटर क्षमता वाला भर दिया 57.43 लीटर पेट्रोल, सील किया गया पंप
जबलपुर | हाईकोर्ट के जज ने सिविल लाइन स्थित दूसरे पूल के पास सरबजीत सिंह मौखा के फ्यूल पेट्रोल पम्प पर होने वाली गड़बड़ी को पकड़ लिया,लेकिन नापतौल विभाग कुंभकर्ण की नींद सो रहा है,पेट्रोल पम्प वाले ग्राहकों की आंखो में धूल झोंक रहे है, भला हो जज साहब का जिन्होंने ग्राहको के साथ लगातार हो रही इस धोखाधड़ी को पकड़ लिया,और पंप को सील भी करा दिया है, आपको बता दें की दूसरे पुल के समीप स्थित पेट्रोल पम्प पर मंगलवार की रात हाई कोर्ट जज कार में पेट्रोल भरवाने पहुँचे। उन्होंने पम्प कर्मचारी से टैंक फुल करने कहा था। उस वक्त उनकी गाड़ी में 5 से 7 लीटर पेट्रोल मौजूद था। पेट्रोल पंप कर्मचारियों ने टैंक फुल किया और जब पट्रोल का बिल थमाया तो उसमें 57.43 लीटर पेट्रोल डाले जाने का उल्लेख था। यह आंकड़ा देख जज साहब भी हैरत में पड़ गए, क्योंकि उनकी गाड़ी का पेट्रोल टैंक केवल 50 लीटर क्षमता वाला था। उन्होंने इस गडबड़ी की शिकायत तत्काल जिला प्रशासन को दी,इस घटना से प्रशासनिक अधिकारियों में हड़कंप मच गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार फ्यूल टैंक 50 लीटर का है लेकिन उसमें 57.43 लीटर पेट्रोल कैसे भर गया, उनकी कार में पहले से ही लगभग 5-7 लीटर पेट्रोल मौजूद था,गड़बड़ी और धोखाधड़ी सामने आने से ही पेट्रोल पम्प के कर्मचारियों की इस चालबाजी के बाद प्रशासनिक अधिकारियों की शामत आ गई। 10 से 12 लीटर की पेट्रोल चोरी आनन-फानन में प्रशासन और पुलिस के वरिष्ठ ने खुद हाई कोर्ट जज को चौंका दिया। उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों की मौके पर ही क्लास लगा दी। उनका कहना था कि इस पेट्रोल पंप से आम जनता को अब तक कितना चूना लगाया जा चुका होगा। जज साहब के मिजाज को देखते हुए तत्काल प्रशासनिक अधिकारियों ने पंप को सील कर दिया।
जज साहब ने अधिकारियों को यह कहते हुए फटकार भी लगाई कि रोजाना हजारों लोगों को इस प्रकार लूटा जा रहा है और प्रशासन खामोश है। यह पेट्रोल पम्प कलेक्ट्रेट से महज कुछ ही दूरी पर स्थित है। रात में ही फूड कंट्रोलर कमलेश तांडेकर और पुलिस के अधिकारियों को मौके पर बुलाया गया और पेट्रोल पम्प को सील किया गया।
नापतौल विभाग ने की कार्रवाई
नापतौल विभाग जिला खाद्य आपूर्ति नियंत्रक कमलेश तांडेकर ने बताया कि हमें शिकायत मिली थी कि पेट्रोल पम्प पर कम मात्रा में पेट्रोल दिया जा रहा है। तत्काल ही नापतौल विभाग की टीम को लेकर जाँच की गई और शिकायत सही पाई जाने पर पम्प को सील किया गया। मंगलवार की रात करीब 1 बजे तक चली कार्रवाई में पम्प के सभी 6 नोजल की जाँच की गई कि आखिर पेट्रोल की मात्रा कम कैसे की जा रही है।
ओमती थाने में भी दी गई शिकायत
ओमती थाने में भी इस मामले को लेकर एक शिकायत दर्ज की गई है। हालांकि खाद्य विभाग इस पूरे मामले में अधिक जानकारी नहीं दे रहे हैं।