अडानी समूह द्वारा आम जनता के साथ की गई धोखाधड़ी और इस पूरे मामले में मूकदर्शक बनी मोदी सरकार के खिलाफ भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने आगामी 6 फरवरी को देशव्यापी जिला स्तरीय विरोध प्रदर्शन करने का निर्णय लिया है।
अडानी ग्रुप विवाद
नई दिल्ली | देशभर में 6 फरवरी को LIC और SBI दफ्तरों के सामने कांग्रेसी धरना देंगे, बीते साल 2022 में दुनिया के तमाम अरबपतियों में वे अकेले ताबड़तोड़ कमाई करने वाले शख्स रहे थे। लेकिन बीते एक साल में उन्होंने जितना कमाया था, उससे ज्यादा एक महीने में ही गंवा दिया।
अब कांग्रेस ने खुलकर देशव्यापी आंदोलन छेड़ने का ऐलान किया है, अडानी ग्रुप विवाद पर कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने बताया कि पार्टी ने फैसला लिया है कि अडानी ग्रुप के खिलाफ देशव्यापी आंदोलन किया जाएगा, उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार आम लोगों के पैसे का इस्तेमाल अपने करीबी दोस्तों की मदद के लिए कर रही है, जिसका कांग्रेस पार्टी विरोध करती है और अब सोमवार को LIC और SBI दफ्तरों के सामने देशभर के जिलों में आंदोलन किया जाएगा।
कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल
बता दें कि भारतीय उद्योगपति गौतम अडानी के लिए के लिए साल 2023 बुरा साबित हो रहा है, हर बीतते दिन के साथ उन्हें झटके पर झटका लग रहा है, बीते साल 2022 में दुनिया के तमाम अरबपतियों में वे अकेले ताबड़तोड़ कमाई करने वाले शख्स रहे थे। लेकिन बीते एक साल में उन्होंने जितना कमाया था, उससे ज्यादा एक महीने में ही गंवा दिया. यही नहीं, टॉप-10 अमीरों की लिस्ट से बाहर होने के बाद अब उनसे एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति का ताज भी छिन गया है।
इस साल गंवाए 41 अरब डॉलर
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2022 में गौतम अडानी की कंपनियों ने बेस्ट परफॉरमेंस दी और शेयरों की रफ्तार का असर उनकी नेटवर्थ पर पड़ता चला गया. साल के आखिर में गौतम अडानी Top-10 Billionaires की लिस्ट में दूसरे नंबर पर पहुंच गए थे. हालांकि, वे इस पायदान पर ज्यादा देर तक नहीं रूक सके, फिर भी लंबे समय तक अडानी दुनिया के तीसरे या चौथे अमीर बनकर अपना दबदबा बनाए रहे,नए साल 2023 की शुरुआत में सब कुछ ठीक चल रहा था और फिर अडानी ग्रुप को लेकर अमेरिकी रिसर्च फर्म हिंडनबर्ग की एक रिपोर्ट सामने आई 24 जनवरी को पब्लिश हुई इस रिपोर्ट ने अडानी के साम्राज्य में ऐसी उथल-पुथल मचाई कि महीने भर में ही उनकी नेटवर्थ से करीब 48 अरब डॉलर साफ हो गए और वे टॉप-10 अमीरों की लिस्ट से ही बाहर निकल गए।
फुल सब्सक्राइब्ड FPO लिया वापस देखें Video
Hindenburg रिसर्च रिपोर्ट से निवेशकों के सेंटिमेंट पर जो विपरीत असर हुआ, लगातार नुकसान झेल रहे गौतम अडानी को अपनी कंपनी Adani Enterprises का 20,000 करोड़ रुपये फॉलो-ऑन पब्लिक ऑफर (FPO) फुल सब्सक्राइब्ड होने के बाद भी वापस लेना पड़ा, उन्होंने एफपीओ वापस लेते हुए इसकी बड़ी वजह बताते हुए खुद बयान जारी कर कहा, हमारे निवेशकों ने मुझे बनाया है और हम उनका किसी भी तरह का नुकसान नहीं कराना चाहते, ऐसे में इस ऑफर को वापल ले रहे हैं. जिन निवेशकों ने इसमें पैसे लगाए हैं, उनकी रकम वापस की जाएगी।
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