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बागेश्वर धाम सरकार धीरेंद्र शास्त्री को मिली क्लीनचिट, पुलिस ने खंगाल डाले 6 घंटे के वीडियो फुटेज, सुनिए क्या कहा पुलिस ने देखें Video

पुलिस ने 7-8 जनवरी को नागपुर में हुए बागेश्वर सरकार के दरबार का वीडियो खंगाला, नागपुर पुलिस ने धीरेंद्र शास्त्री को क्लीनचिट दे दी है।




नागपुर|सुर्खियों में बने बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री को नागपुर पुलिस ने क्लीनचिट दे दी है, नागपुर पुलिस ने कहा है कि जांच के बाद ऐसा कुछ नहीं पाया गया है, जिसमे धीरेंद्र शास्त्री पर अंधविश्वास फैलाने के आरोप सच साबित हो सकें।





धीरेंद्र शास्त्री के खिलाफ क्या थी शिकायत?


श्याम मानव ने धीरेंद्र शास्त्री पर आम लोगों से धोखाधड़ी करने और उन्हें ठगने का आरोप लगाते हुए कहा था कि धीरेंद्र शास्त्री ‘दिव्य दरबार’ की आड़ में ‘जादू-टोना’ को बढ़ावा देते हैं. उन्होंने कहा था, ‘धीरेंद्र शास्त्री जो ‘दिव्य दरबार’ के नाम से सभा करते हैं, उसमें दो कानूनों का उल्लंघन होता है. पहला है- 2013 का महाराष्ट्र का जादू-टोना विरोधी कानून और दूसरा है- 1954 का ड्रग्स एंड रेमेडीज एक्ट

इसके साथ ही उन्होंने धीरेंद्र शास्त्री को चुनौती दी थी कि अगर वह उनके सामने चमत्कार करके दिखाते हैं तो अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति उन्हें 30 लाख रुपये देगी. वहीं धीरेंद्र शास्त्री ने इन आरोपों का जवाब देते हुए कहा था कि वह कोई अंधविश्वास नहीं फैला रहे हैं और न ही किसी की समस्या दूर कर रहे हैं।




नागपुर पुलिस ने क्या कहा


नागपुर पुलिस ने कहा कि धीरेंद्र शास्त्री चमत्कार की बात नहीं करते और न ही किसी को फायदा पहुंचाने के लिए ऐसा कहते हैं. उनकी बातों में जनता को विश्वास है और वो किसी तरह की ठगी का काम नहीं कर रहे हैं।


 निर्मूलन समिति ने दर्ज कराया था शास्त्री पर केस


बता दें कि बागेश्वर महाराज धीरेंद्र शास्त्री ने नागपुर में श्रीराम चरित्र चर्चा आयोजित की थी. इसके खिलाफ महाराष्ट्र अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति ने नागपुर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी, समिति ने शिकायत की थी कि धीरेंद्र शास्त्री समाज में अंधविश्वास और जादू-टोना को बढ़ावा देने का काम कर रहे हैं. ऐसे में ये दो कानूनों के तहत दंडनीय अपराध है. जानकारी के मुताबिक, समिति के अध्यक्ष श्याम मानव ने पुलिस से शिकायत की थी कि धीरेंद्र शास्त्री समाज में अंध विश्वास फैला रहे हैं. जिसके बाद पुलिस ने 7-8 जनवरी को नागपुर में हुए बागेश्वर सरकार के दरबार का वीडियो खंगाला, हालांकि अब नागपुर पुलिस ने धीरेंद्र शास्त्री को क्लीनचिट दे दी है.।   नागपुर पुलिस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि 7-8 जनवरी दरबार से जुड़े वीडियो को हर एंगल से खंगाला गया. पूरी जांच में वीडियो में कुछ भी ऐसा नहीं मिला जो यह साबित करे कि धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री अंध विश्वास फैला रहे हैं. बता दें कि धीरेंद्र शास्त्री जब कथा के लिए नागपुर आये थे तो श्याम मानव ने उनपर अंध विश्वास फैलाने का आरोप लगाया था. साथ ही कहा था कि उनकी चुनौती के बाद बागेश्वर सरकार वहां से भाग गए थे. हालांकि धीरेंद्र शास्त्री ने श्याम को बागेश्वर आने का न्यौता दिया है।