इस साल शरद पूर्णिमा 9 अक्टूबर को है।अश्विन मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को शरद पूर्णिमा कहते हैं, इस दिन का विशेष महत्व है।
नई दिल्ली| अश्विन मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को शरद पूर्णिमा कहते हैं, इस दिन का विशेष महत्व है। इसी वजह से इस दिन लोग व्रत एवं पूजन करते हैं। इसे आरोग्य का पर्व भी कहा जाता है। ऐसी मान्यता है कि शरद पूर्णिमा का अमृतमयी चांद अपनी किरणों में स्वास्थ का वरदान लेकर आता है। इस साल शरद पूर्णिमा 9 अक्टूबर को है। कहा जाता है कि इस दिन चंद्रमा पृथ्वी के सबसे पास होता है। कहा जाता है कि इस दिन आकाश से अमृत वर्षा होती है।
शरद पूर्णिमा 2022 शुभ मुहूर्त -
हिंदू पंचांग के अनुसार, आश्विन मास (ashwin month) के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि 09 अक्टूबर को सुबह 03 बजकर 41 मिनट से शुरू होगी। ये तिथि अगले दिन 10 अक्टूबर 2022 को सुबह 02 बजकर 25 मिनट पर समाप्त होगी। इस साल शरद पूर्णिमा 09 अक्टूबर को मनाई जाएगी।
शरद पूर्णिमा पर बन रहे ये शुभ मुहूर्त -
ब्रह्म मुहूर्त- 04:40 ए एम से 05:29 ए एम।
अभिजित मुहूर्त- 11:45 ए एम से 12:31 पी एम।
विजय मुहूर्त- 02:05 पी एम से 02:51 पी एम।
गोधूलि मुहूर्त- 05:46 पी एम से 06:10 पी एम।
अमृत काल- 11:42 ए एम से 01:15 पी एम।
सर्वार्थ सिद्धि योग- 06:18 ए एम से 04:21 पी एम
शरद पूर्णिमा पर बन रहे ये शुभ योग -
इस साल शरद पूर्णिमा पर कई शुभ योग बनने से इस दिन का महत्व बढ़ रहा है। ध्रुव योग शाम 06 बजकर 36 मिनट तक रहेगा। सर्वार्थ सिद्धि योग सुबह 06 बजकर 31 मिनट से शाम 04 बजकर 21 मिनट तक रहेगा।
शरद पूर्णिमा पर करें ये उपाय
आर्थिक स्थिति(economic condition) को मजबूत करने के लिए शरद पूर्णिमा की रात मां लक्ष्मी की पूजा करने के साथ 5 कौड़ियां मां के चढ़ाएं। दूसरे दिन लाल या पीले रंग के कपड़े में इन कौड़ियों को लपेटकर तिजोरी में रख लें।
अगर घर का कोई न कोई सदस्य बीमार रहता है, शरद पूर्णिमा के रात को छत में खीर रख दें। दूसरे दिन रोगी को इसका सेवन कराएं।
बिजनेस(Business) में लगातार बढ़ोतरी के साथ नौकरी में प्रमोशन के लिए शरद पूर्णिमा के दिन हनुमान जी के सामने चौमुखी दीपक जलाएं।
शरद पूर्णिमा के दिन स्नान करने के बाद तुलसी पूजा करें और शाम को दीपक जलाएं। ऐसा करने से सुख-समृद्धि की वृद्धि होगी,मां तुलसी को सफेद रंग की कोई मिठाई का भोग लगाएं। ऐसा करने से मां लक्ष्मी के साथ भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है।
शरद पूर्णिमा पर मां लक्ष्मी को सिंघाड़ा, दही, मखाना, बताशा और पान का भोग लगाएं। ऐसा करने से मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहेगी,माना जाता है कि शरद पूर्णिमा के दिन चंद्रमा की रोशनी से अमृत बरसता है। इसलिए इस दिन त्राटक क्रिया जरूर करें।