प्रकरणों के निराकरण नहीं होने पर कलेक्टर ने रोके जनपद सीईओ के वेतन।
वीडियो कांफ्रेंस में प्रकरणों के निराकरण के दिये निर्देश।
जबलपुर |कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने आज वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से जनपद स्तरीय अधिकारियों की बैठक लेकर शासन की प्राथमिकता के विषयों की समीक्षा की। इस दौरान कुछ संबंधित जिला अधिकारी भी जुड़े थे। उन्होंने विशेष रूप से सीएम हेल्पलाइन, स्वनिधि योजना एवं रोजगार व स्वरोजगार के लिए रोजगार मेला पर फोकस किया।
कलेक्टर श्री शर्मा ने सभी संबंधित अधिकारियों से कहा कि वे 7 दिनों के भीतर सीएम हेल्पलाइन के प्रकरणों का निराकरण शत-प्रतिशत करें। सीएम हेल्पलाइन के बढ़ते प्रकरणों पर उन्होंने कहा कि जिस अधिकारी के प्रकरण बढ़ेंगे उनके वेतनवृद्धि रोक दी जायेगी। अत: तत्परता से प्रकरणों का निराकरण करें।
इसके साथ ही उन्होंने स्वनिधि योजना की समीक्षा कर कहा कि सभी पात्र व्यक्तियों को योजना का लाभ मिले। हितग्राही को द्वतीय किश्त के लिए परेशान न होना पड़े। इस संबंध में उन्होंने रीजनल मैनेजर की बैठक कर स्लाट भी बुक कराये ताकि उस तिथि में संबंधित हितग्राही के प्रकरणों का निराकरण किया जा सके। कलेक्टर श्री शर्मा ने कहा कि सभी पात्र हितग्राही की पहचान करें और उन्हें बैंक में ले जायें, और उनके प्रकरण स्वीकृत करायें। उन्होंने संबंधित अधिकारी से कहा है कि शीघ्र ही स्वनिधि में वितरण की जानकारी उन्हें भेजी जाये। इस संबंध में उन्होंने जनपदवार स्वनिधि के लक्ष्य व उपलब्धियों की जानकारी ली। स्वरोजगार मेला के संबंध में कहा कि शासन का मुख्य उद्देश्य अधिकतम लोगों को रोजगार सुनिश्चित कराना है। अत: स्वरोजगार व रोजगार की दिशा में कार्य करें। इसमें जनपद सीईओ भी कार्डीनेट करें। कलेक्टर श्री शर्मा ने मुख्य रूप से सीएम हेल्पलाइन स्वनिधि व रोजगार मेला पर अधिकारियों का ध्यान क्रेंद्रित करते हुए सख्त लहजे में कहा कि प्रकरणों का निराकरण प्राथमिकता से करें। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सभी जनपद पंचायत के सीईओ के वेतन सीएम हेल्पलाइन व स्वनिधि तथा रोजगार मेला में लक्ष्य हासिल करने के आधार पर देने या न देने का मूल्यांकन एक सप्ताह बाद ही किया जायेगा। फिलहाल कलेक्टर द्वारा सभी जनपद पंचायत के सीईओ के इस माह का वेतन रोका गया है। वैक्सीनेशन पर उन्होंने कहा कि 3 जनवरी से 15 से 18 वर्ष के बालक-बालिकाओं को वैक्सीनेशन किया जायेगा। अत: इसमें रोजगार सहायक, सचिव, शिक्षक, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व आशा के साथ अन्य अधिकारी भी इसे प्राथमिकता में लेकर कार्य करें।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि स्वस्थ बालक-बालिका प्रतियोगिता का आयोजन 8 जनवरी से 14 जनवरी तक होगा। इसमें बच्चों के वजन, ऊंचाई व स्वास्थ्य का परीक्षण होगा। इसमें, शिक्षक स्वास्थ्य, महिला एवं बाल विकास, नगर निगम व ग्रामीण विकास विभाग मिलकर कार्य करें। उन्होंने कहा कि आपकी सरकार आपके द्वार को फास्ट ट्रेक में लाकर कार्य करें।