डाबर करवाचौथ Fem Ad: सेम-सेक्स कपल के साथ डाबर के विज्ञापन पर बवाल ग्रह मंत्री ने DGP को दिये कार्यवाही के आदेश देखें 👇VIREAL VIDEO
विज्ञापन में दो समलैंगिक (LGBTQ) कपल को दिखाया गया है। फेम के फेस प्रोडक्ट पर बने एड में दो लड़कियां एक-दूसरे के लिए करवा चौथ का व्रत रखती हैं।
नई दिल्ली |डाबर के फेम करवा चौथ विज्ञापन पर बवाल मचा हुआ है। इसे हिन्दुओं की आस्था से खिलवाड़ होना माना जा रहा है। विज्ञापन पर मचे बवाल पर आज मध्यप्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने DGP को कार्रवाई करने निर्देश भी दिए है। डाबर फेम के विज्ञापन (Dabur’s Fem Advertisement) पर बवाल मचा हुआ है। जिसको लेकर कुछ लोगों द्वारा इस विज्ञापन की तारीफ की जा रही हैं।तो वहीं दूसरी तरफ कुछ लोग ऐसे विज्ञापनों की आलोचना कर रहे हैं।दरअसल फेम के विज्ञापन में करवा चौथ पर फोकस करते हुए विज्ञापन में दो समलैंगिक (LGBTQ) कपल को दिखाया गया है। फेम के फेस प्रोडक्ट पर बने एड में दो लड़कियां एक-दूसरे के लिए करवा चौथ का व्रत रखती हैं, एड में दोनों लड़कियों को एक अन्य महिला द्वारा पहनने के लिए साड़ी भी दी जाती है. जिसके बाद दोनों व्रत तोड़ती हैं।
इस विज्ञापन पर कई लोगों ने LGBTQ का समर्थन किया है. इसे समाज में आगे बढ़ने में महत्वपूर्ण पहल करार दिया है, तो वहीं कुछ लोगों ने इसकी आलोचना की है. विज्ञापन पर निवेद नाम के ट्विटर यूजर ने कमेंट किया, मुझे ये विज्ञापन बहुत पसंद आया. एक अलग एंगल से इसे बनाया गया. लेकिन इसके लिए स्किन का फेयर होना जरूरी है क्या? यही बात एक अन्य यूजर ने लिखा. उन्होंने कहा, लव तो लव है, लेकिन क्या इसके लिए स्किन का फेयर होना जरूरी है।
करवा चौथ क्यों किया जाता है।
करवा चौथ को लेकर पौराणिक काल से यह मान्यता चली आ रही है कि पतिव्रता सती सावित्री के पति सत्यवान को लेने जब यमराज धरती पर आए तो सत्यवान की पत्नी ने यमराज से अपने पति के प्राण वापस मांगने की प्रार्थना की. उसने यमराज से कहा कि वह उसके सुहाग को वापस लौटा दें. मगर यमराज ने उसकी बात नहीं मानी. इस पर सावित्री अन्न जल त्यागकर अपने पति के मृत शरीर के पास बैठकर विलाप करने लगी. काफी समयि तक सावित्री के हठ के सामने यमराज को झुकना पड़ा और सत्यवान को जीवित कर दिया।