रीवा के त्योंथर में अंजान बीमारी से ग्रसित बच्चों ने मांगी सरकार से मदत।
MP के रीवा जिले के निवासी इस परिवार के 3 भाई,1बहन और पिता अंजान बीमारी से ग्रसित है,शिवराज सरकार से अनुरोध है कि इन्हें नया जीवन प्रदान करें।
रीवा| तराई अंचल के सोहागी स्थित ऊसरगांव में रहने वाले एक किसान परिवार के बच्चे अजीबो-गरीब बीमारी से जूझ रहें हैं। आज जब मेडिकल साइंस के युग में बड़ी से बड़ी बीमारी की जानकारियां व उनका इलाज संभव है, वही जिला रीवा के त्योंथर तहसील मुख्यालय से महज 6 किलोमीटर की दूरी पर स्थित ग्राम कसरगांव के रहने वाले किसान रामनरेश यादव का परिवार बच्चों की अंजान बीमारी से परेशान हैं।खेती किसानी कर परिवार का भरण पोषण करने वाले रामनरेश यादव के 5 बेटे हैं जिनमें से 3 बेटे अनीश यादव, मनीष यादव और मनोज यादव, कुल 5 लोग एक अंजान बीमारी से ग्रसित हैं। परिवार के लोगों ने बताया कि ये तीनों बचपन से पूरी तरह से स्वस्थ थे, तथा उम्र के 9 या 10 साल बाद से जैसे-जैसे इनकी उम्र बढ़ती गई शरीर सूखता गया हमने यथा संभव सभी बच्चों का उपचार कराया ना बीमारी का पता चला ना बच्चे ठीक हुए, लिहाजा आज रामनरेश यादव के तीनों बेटे 1 बेटी बीमारी के कारण शारीरिक रूप से पूरी तरह अक्षम हो चुके हैं, दुःखद पहलू यह है कि इन बच्चों के पिता रामनरेश यादव बीते वर्षों में इलेक्ट्रॉनिक करंट लगने से स्वतः ही शारीरिक रूप से पूरी तरह कमजोर हो गए हैं।और वह खाट पर लेटे रहते हैं। ऐसे में आर्थिक रूप से कमजोर इस किसान परिवार के सामने इन दिव्यांग बच्चों की देखरेख व उपचार एक चुनौती बन चुका है। परिवारजनों की माने तो उनके इस पीड़ा पर शासन प्रशासन और क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों ने अभी तक कोई संवेदनशीलता नहीं दिखाई है। जबकि इन हालातों से जूझ रहे इस गरीब पीड़ित परिवार को जिम्मेदारों की संवेदनशीलता की सख्त जरूरत है।