क्रिकेट का सट्टा खिलाते सटोरिया गिरफ्तार, 7 मोबाईल, 1 लैपटाप, 1 केैलकुलेटर, एवं हिसाब किताब के रजिस्टर सहित नगद 15 हजार 610 रूपये जप्त।
थाना कोतवाली एवं क्राईम ब्रांच की टीम के द्वारा क्रिकेट का सट्टा खिलाते 1 सटोरिये को रंगे हाथ पकड़ने मे सफलता प्राप्त हुई है।
जबलपुर |क्रिकेट का सट्टा खिलाते सटोरिया अर्पित जैन को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया लिया है, इस संबंध में थाना प्रभारी कोतवाली अनिल गुप्ता ने बताया कि दिनांक 25-7-21 की रात में क्राईम ब्रांच को विश्वसनीय मुखबिर से सूचना मिली कि दहराई निवासी अर्पित जैन पिता सुनील जैन अपने घर के अंदर कमरे में क्रिकेट का सट्टा खिला रहा है सूचना पर क्राईम ब्रांच एवं थाना केातवाली की संयुक्त टीम द्वारा मुखबिर के बताये स्थान पर दबिस देते हुये अर्पित जैन के मकान के कमरे का दरवाजा खटखटाया तो एक व्यक्ति ने दरवाजा खोला, जिसने नाम पता पूछने पर अपना नाम अर्पित जैन उम्र 29 वर्ष निवासी कटरा वाला बड़ा सराफा दरहाई कोतवाली का रहने वाला बताया, जिसके चल रहे 100 बाल क्रिकेट टूर्नामेंट के नोटर्न एवं वारियर क्रिकेट टीम के मैच को मोबाइल में देखकर मोबाइलों के माध्यम से रूपये पैसों का दांव लगवाकर व विभिन्न मोबाइल एवं सिम नम्बरों का उपयोग कर ग्राहकों से रूपये पैसों की हारजीत की बाजी लगवाकर खिलाड़ी द्वारा ओवर में रन बनाने एवं पारी में कुल रन बनाने, टीम की हारजीत पर क्रिकेट का सट्टा अवैध लाभ अर्जित करने के उददेश्य से खिलाते पाये जाने पर मौके से 1 लेपटाप एचपी कम्पनी का चार्जर सहित, 4 कीपेड मोबाइल, 3 एन्ड्रायड मोबाइल, एक कैल्कुलेटर, एक सट्टे के अंकों का रजिस्टर जिनमे विभिन्न अंक लिखे है, 3 नग सट्टे के हिसाब किताब की पर्ची एवं 1 बिजली का एक्सटेनसन बोर्ड, नगदी 15 हजार 610 रूपये जप्त करते हुये, आरोपी अर्पित जैन से पूछताछ की जिसने बताया कि स्वयं के द्वारा मोबाइल के माध्यम से ग्राहकों से सम्पर्क करते हुये क्रिकेट मैच पर अवैध लाभ अर्जित करने के लिये क्रिकेट का सट्टा खिलाने का काम करता है, रूपये पैसों का हिसाब किताब करते हुये दूसरे दिन ग्राहकों से सम्पर्क करते हुये रूपये पैसा नगद प्राप्त करता है बताया, आरोपी अर्पित जैन के विरूद्ध विरूद्ध धारा 4(क) , 3/4 जुआ एक्ट के तहत कार्यवाही की गयी।
उल्लेखनीय भूमिका - क्रिकेट का सट्टा खिलाते हुये आरोपी को रंगे हाथ पकड़ने में उप निरीक्षक नरेश झारिया, सहायक उप निरीक्षक सुरेश कैथल, आरक्षक वीरेन्द्र, महेश एवं क्राईम ब्रांच के सहायक उप निरीक्षक आर.पी.बर्मन, प्रधान आरक्षक राधेश्याम दुबे , आरक्षक ओमनारायण, आनंद तिवारी, मुकुल गौतम, रोहित द्विवेदी, अमीरचंद एवं सीएसपी कार्यालय के आरक्षक प्रमोद मिश्रा की सराहनीय भूमिका रही।