भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा की देशवासियों को राष्ट्रपति और पीएम मोदी दीं शुभकामनाएं।
आज से विश्व प्रसिद्ध जगन्नाथ रथ यात्रा शुरू हो चुकी है। यात्रा का समापना 20 जुलाई को देवशयनी एकादशी के दिन होगा। धार्मिक दृष्टि से जगन्नाथ रथ यात्रा का विशेष महत्व है।
ओडिशा के पुरी में कोरोना महामारी के कारण सोमवार को भक्तों के बिना भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा आयोजित की जाएगी, जगन्नाथ मंदिर प्रशासन ने कहा है कि यात्रा का आयोजन कोविड (covid) सुरक्षा प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करते हुए किया जाएगा।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने सोमवार को भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा के शुभ अवसर पर देशवासियों को शुभकामनाएं दीं।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने सोमवार को भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा के शुभ अवसर पर सभी देशवासियों को शुभकामनाएं दीं. राष्ट्रपति कोविंद ने ट्वीट कर कहा कि भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा के शुभ अवसर पर सभी देशवासियों एवं विशेष रूप से ओडिशा में सभी श्रद्धालु भक्तों को मेरी ओर से हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं, मैं कामना करता हूं कि प्रभु जगन्नाथ के आशीर्वाद से सभी देशवासियों का जीवन सुख, समृद्धि, स्वास्थ्य से परिपूर्ण बना रहे,
वहीं प्रधानमंत्री मोदी ने भी रथ यात्रा पर बधाई दी हैं। प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर कहा कि रथ यात्रा के विशेष अवसर पर सभी देशवासियों को बधाई, हम भगवान जगन्नाथ को नमन करते हैं। और प्रार्थना करते हैं, कि उनका आशीर्वाद सभी के जीवन में अच्छा स्वास्थ्य और समृद्धि लाए, जय जगन्नाथ,आपको बता दें कि ओडिशा के पुरी में कोरोना महामारी की वजह से सोमवार को भक्तों के बिना भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा आयोजित की जाएगी।
जगन्नाथ मंदिर के प्रशासन ने यह भी कहा है कि यात्रा का आयोजन कोविड covid सुरक्षा प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करते हुए किया जाएगा। पुरी जगन्नाथ मंदिर के प्रशासक अजय जेना ने कहा कि पिछले साल की तरह इस साल भी 12 जुलाई 2021 को बिना भक्तों के रथ यात्रा का आयोजन सुप्रीम कोर्ट के आदेश और ओडिशा सरकार की तरफ से जारी एसओपी के अनुसार किया जाएगा।
कोरोना के चलते किसी भी भक्त को रथ यात्रा में भाग लेने की अनुमति नहीं है।
आरटी-पीसीआर निगेटिव रिपोर्ट और कोरोना की दोनों वैक्सीन लगवा चुके लोगों को ही रथ यात्रा में शामिल होने की अनुमति दी जाएगी। पुलिस कर्मियों को छोड़कर लगभग 1,000 अधिकारियों को तैनात किया जाएगा । मंदिर के प्रशासक के मुताबिक 3,000 सेवक और 1,000 मंदिर अधिकारियों को सभी अनुष्ठान करने की अनुमति दी जाएगी.
ओडिशा सरकार ने पुरी के सभी एंट्री प्वाइंट्स को सील कर दिया है. राज्य सरकार ने लोगों से अपील की है कि वो त्योहार के दौरान पुरी न जाएं और इसके बजाए टीवी पर रथ यात्रा का सीधा प्रसारण देखें।