दुनिया में कोरोना वायरस से सबसे अधिक प्रभावित देश अमेरिका ने काफी हद तक कोविड-19 महामारी पर काबू पा लिया है। लेकिन, अमेरिका में बढ़ती बंदूक हिंसा की वारदातों से जो बाइडेन सरकार की चिंता बढ़ती जा रही है। रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका में कोरोना वायरस से मरने वालों की तुलना में गोलीबारी की हिंसा में लोगों की मौतें अधिक हो रही हैं।
वीडियो रिपोर्ट के अनुसार बीते 1 हफ्ते के भीतर अमेरिका के न्यूयॉर्क में बंदूक हिंसा में 75 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। हालात पूरी तरह से बेकाबू हो गए हैं। इसी लिए गवर्नर एंड्रयू क्यूमो ने न्यूयॉर्क में 'बंदूक हिंसा आपातकाल' लगा दिया है। सामने आया है कि हिंसा पर रोक लगाने के लिए जो बाइडेन सरकार की तरफ से 1 हजार 038 करोड़ रुपये खर्च करने की बात कही जा रही है।
इस राशि में से 567 करोड़ रुपये का इस्तेमाल नौकरी उपलब्ध कराने के लिए किया जाएगा। अमेरिकी सरकार का प्रयास है कि इस फंड में से 21000 नौकरियों का सृजन किया जाए। अमेरिका की जो बाइडेन सरकार का प्रयास है कि अधिक से अधिक नौजवानों को देकर सही रास्ते पर लाया जाए। क्यूमो के मुताबिक, गरीब, अश्वेत और लैटिनी समुदायों पर दूसरे समुदायों के मुकाबले 10 गुना तक ज्यादा हमले हो रहे हैं।
न्यूयॉर्क में हर साल बढ़ रही गोलीबारी की घटनाएं
खबरों से मिली जानकारी के अनुसार अमेरिका के शहर न्यूयॉर्क में गोलीबारी की घटनाएं हर साल बढ़ती जा रही हैं। बीते साल 2020 में न्यूयॉर्क में गोलीबारी की 1500 से ज्यादा मामले सामने आए थे। जोकि साल 2019 की तुलना में दो गुना थे। साल 2021 में 4 जुलाई तक 765 गोलीबारी की घटनाएं सामने आ चुकी हैं। इन गोलीबारी की घटनाओं में 886 लोगों की जान गई है। गोलीबारी की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने अधिकारियों को कोविड-19 के साथ बंदूक हिंसा पर भी फोकस करने का आदेश दिया है। बताया जा रहा है कि यूएस में हिंसा रोकने के लिए जो बाइडन प्रशासन ने 37 हजार 320 करोड़ रुपए खर्च करने का प्रस्ताव रखा है।