प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को वीवाटेक के 5वें संस्करण को संबोधित किया। पीएम मोदी ने संबोधन के दौरान कहा कि मेरा मानना है कि जहां सम्मेलन विफल हो जाता है, नवाचार मदद कर सकता है। कोरोना वैश्विक महामारी के दौरान देखा गया है, जो हमारे युग का सबसे बड़ा व्यवधान है। सभी राष्ट्रों को नुकसान हुआ है और भविष्य के बारे में चिंता महसूस की है। कोविड-19 ने हमारे कई पारंपरिक तरीकों का परीक्षण किया है।
वीवाटेक के 5वें संस्करण में पीएम मोदी ने कहा कि यह मंच फ्रांस की तकनीकी दृष्टि को दर्शाता है। भारत और फ्रांस व्यापक विषयों पर मिलकर काम कर रहे हैं। इनमें से प्रौद्योगिकी और डिजिटल सहयोग के उभरते क्षेत्र हैं। यह समय की मांग है। मैं दुनिया को प्रतिभा, बाजार, पूंजी, पारिस्थितिकी तंत्र और ओपन मार्केट की संस्कृति इन पांच स्तंभों के आधार पर भारत में निवेश करने के लिए आमंत्रित करता हूं।
जानकारी के लिए बता दें कि वीवाटेक यूरोप में सबसे बड़े डिजिटल और स्टार्टअप कार्यक्रमों में से एक है, जो 2016 से हर साल पेरिस में आयोजित किया जाता है। यह संयुक्त रूप से पब्लिसिस ग्रुप द्वारा आयोजित किया जाता है। यह आयोजन प्रौद्योगिकी नवाचार और स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र में हितधारकों को एक साथ लाता है और इसमें प्रदर्शनियां, पुरस्कार, पैनल चर्चा और स्टार्टअप प्रतियोगिताएं शामिल होती हैं। इस बार ये आयोजन 16 से 19 जून के बीच आयोजित हो रहा है।