उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) विधानसभा चुनाव से पहले अयोध्या में रामजन्मभूमि (RamJanm Bhoomi) जमीन विवाद को लेकर एक नया मामला तूल पकड़ता दिख रहा है। जमीन विवाद को लेकर बयानबाजी के बीच केंद्र सरकार, बीजेपी ने रिपोर्ट मांगी है। समाजवादी पार्टी और आम आदमी पार्टी ने कहा कि जमीन को करोड़ों रुपये में खरीदा गया है। जबकि ट्रस्ट का कहना है कि सभी आरोप बेबूनियाद हैं।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृहमंत्री अमित शाह ने इस पूरे मामले की रिपोर्ट मांगी है। वहीं दूसरी तरफ इस पूरे मामले पर आरएसएस भी नजर बनाए हुए है। पूरे विवाद की रिपोर्ट श्रीराम जन्मभूमि ट्रस्ट से मांगी गई है।
जानकारी के लिए बता दें कि आप और सपा के द्वारा लगाए गए आरोप के बाद ट्रस्ट ने आधिकारिक तौर पर सफाई दी थी। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने दावा किया था कि अभी तक जितनी भी जमीनें खरीदी गई हैं, उसकी कीमत अभी बहुत कम है। ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने सभी आरोप को आधारहीन बताया और कहा कि क्या इन्होंने जमीन की खरीदारी के पेपर निकलवाए हैं। जिस जमीन की खरीद फरोख्त को लेकर आरोप लग रहे हैं।
आम आदमी पार्टी सांसद संजय सिंह और सपा नेता पवन पांडेय ने आरोप लगाया है कि अयोध्या में 2 करोड़ की जमीन को ट्रस्ट ने 10 मिनट के अंदर ही साढ़े 18 करोड़ रुपये में खरीदा। जिसके बाद से ही बयानबाजी जारी है। फिर उसके बाद ट्रस्ट के साथ एग्रीमेंट किया गया।