कोलकाता : हाल में संपन्न बंगाल विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की प्रचंड जीत के बावजूद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी नंदीग्राम में भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी के हाथों अपनी हार को पचा नहीं पा रही हैं। चुनाव नतीजे आने के करीब डेढ़ महीने बाद अब ममता ने नंदीग्राम के चुनाव परिणाम को चुनौती देते हुए पुनर्मतदान कराने की मांग को लेकर कलकत्ता हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है।
खबर है कि शुक्रवार को हाई कोर्ट इस मामले की सुनवाई करेगा। इस सीट पर सुवेंदु अधिकारी ने लगभग 2,000 मतों के अंतर से टीएमसी सुप्रीमो को हरा दिया था। जहां अधिकारी को 1,10,764 वोट मिले थे, वहीं ममता बनर्जी ने 1,08808 वोट हासिल किए थे।। अब ममता ने अपने वकील के माध्यम से हाई कोर्ट में सुवेंदु की जीत को चुनौती दी है। दरअसल, ममता ने पहले ही आरोप लगाया था कि मतगणना के दिन पुनर्मतदान की मांग के बावजूद रिटर्निंग ऑफिसर ने इसकी इजाजत नहीं दी।
तृणमूल कांग्रेस की ओर से दो मई को चुनाव नतीजे के दिन ही नंदीग्राम के चुनाव परिणाम के खिलाफ अदालत में जाने की घोषणा की गई थी। हालांकि इसके बाद करीब डेढ़ महीने तक इस मुद्दे पर तृणमूल चुप रही। अब अचानक ममता की ओर से हाई कोर्ट में याचिका दायर कर पुनर्मतदान की मांग की गई है। दरअसल तृणमूल का आरोप है कि पहले ममता बनर्जी को नंदीग्राम से विजेता घोषित कर दिया गया था। लेकिन इसके बाद कुछ ही मिनटों के अंदर अचानक चुनाव परिणाम बदल गया और सुवेंदु अधिकारी को विजेता घोषित कर दिया गया। तृणमूल पहले ही इसके पीछे आशंका जाहिर कर चुकी है।