नई दिल्ली:एयर इंडिया के पिछले साल निकाले गए कर्मचारियों को दिल्ली हाईकोर्ट से बड़ी राहत मिली है. दिल्ली कोर्ट ने कर्मचारियों को बर्खास्त करने के एयर इंडिया के पिछले साल के आदेश को रद्द कर दिया है और पायलटों को तुरंत बहाली के आदेश जारी किया है. इनमें वो पायलट भी शामिल हैं, जो कॉन्ट्रैक्ट पर काम कर रहे थे. दिल्ली हाई कोर्ट ने एयर इंडिया को ऐसे पायलटों को पुराने भत्ते भी देने का निर्देश दिया है. इसके साथ दिल्ली हाई कोर्ट ने यह भी साफ किया है कि कॉन्ट्रैक्ट पर काम करने वाले पायलटों के चालकों के कॉन्ट्रेक्ट को भविष्य में आगे बढ़ाने का फैसला एयर इंडिया उनके अभी के कामकाज के आधार पर लेगी.
हाईकोर्ट के सामने मसला क्या था
हाईकोर्ट ने यह आदेश विमान चालकों की ओर से दाखिल 40 से अधिक याचिकाओं पर दिया है, जिनकी नौकरी एयर इंडिया ने पिछले साल 13 अगस्त को समाप्त कर दी थी. दरअसल एयर इंडिया ने पिछले साल 13 अगस्त को बड़ी संख्या में पायलटों को बर्खास्त कर दिया था. इनमें से ज़्यादातर वो पायलट शामिल थे, जिन्होंने सैलरी न मिलने या देरी से मिलने के चलते 2019 में इस्तीफा दे दिया था, लेकिन नियमों के अनुसार छह महीने की नोटिस अवधि के भीतर ही अपने इस्तीफे वापस भी ले लिए थे. उन्होंने कोर्ट से मांग की थी कि वो एअर इंडिया को निर्देश दे कि उनके इस्तीफे स्वीकार न किए जाए.
वहीं, दूसरी ओर एयर इंडिया ने खराब वित्तीय हालात का हवाला देकर ऐसा करने में असमर्थता जाहिर की थी. एयर इंडिया का कहना था कि कोविड के चलते परिचालन सीमित है और फिलहाल वो ऐसे पायलटों को काम पर रख कर सैलरी देने में समर्थ नहीं हैं.
एयर इंडिया का सर्वर हैक, यात्रियों की पसर्नल जानकारी चोरी
आपको बता दें कि पिछले दिनों सरकारी एयरलाइंस एयर इंडिया का सर्वर हैक होने का मामला सामने आया था. एयर इंडिया के यात्रियों का डाटा लीक हो गया है. इसके डाटा सेंटर पर साइबर सिक्योरिटी का अटैक हुआ था. इसके तहत डाटा चोरी हुआ है. इसी साल फरवरी में यह हमला हुआ था. एयर इंडिया ने अपनी वेबसाइट पर इसकी सूचना दी है. कंपनी का कहना है कि इस साइबर सिक्योरिटी अटैक में यात्रियों की पर्सनल जानकारी चुराई गई है. इसमें करीब 45 लाख यात्रियों का डाटा चुराया गया है. उसके यात्रियों के साथ यह पूरे वैश्विक लेवल पर हुआ है. साथ ही क्रेडिट कार्ड का भी डिटेल चोरी हुआ है.