देश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर का प्रकोप थोड़ा कम हुआ है और इस बीच तीसरी लहर की भी आशंका जताई जा रही है। मुंबई में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की बैठक में स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि राज्य में कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन 'डेल्टा प्लस' तीसरी लहर पैदा कर सकता है।
टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, राज्य के स्वास्थ्य विभाग की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि 'डेल्टा प्लस' वेरिएंट महाराष्ट्र में तीसरी लहर ला सकता है। यह दोगुनी दर से फैल सकता है। तीसरी लहर में सक्रिय रोगियों की संख्या आठ लाख तक पहुंच सकती है, जबकि उनमें से 10 प्रतिशत बच्चे हो सकते हैं।
ठाकरे ने अधिकारियों से दवाओं, बिस्तरों और अन्य आवश्यक संसाधनों की उपलब्धता के मामले में किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा। उन्होंने कहा कि अगर हम कोविड-19 का पालन नहीं करते हैं, तो हम दूसरी लहर से पूरी तरह से उबरने से पहले तीसरी लहर की चपेट में आ जाएंगे।
कोरोना की तीसरी लहर से बचने के उपाय
नीति आयोग के सदस्य डॉ। वीके पॉल ने कहा कि बदलते वायरस की प्रतिक्रिया समान रहती है। हमें कोविड-उपयुक्त व्यवहार अपनाने की जरूरत है, जैसे मास्क लगाना, दूरी बनाना, स्वच्छता, गैर जरूरी मुलाकातें नहीं करना और घर में ही रहना।
- सीएसआईआर ने भी कहा कि भारत अभी सामुदायिक प्रतिरोधक क्षमता हासिल करने से दूर है और ऐसे में लोगों को वायरस के संक्रमण से बचने के लिए मास्क पहनना चाहिए। इसके अलावा लोगों को सामाजिक दूरी तथा हाथों की सफाई जैसे उपायों का भी पालन करते रहना चाहिए।
- कोरोना की तीसरी लहर से बचने के लिए अपने हाथों को नियमित रूप से साबुन से धोते रहें।
- हो सके तो घर से बाहर ही न निकलें और अगर जा भी रहे हैं, तो मास्क पहनकर जायें और सैनिटाइजर साथ रखें।
- अपने मास्क और किसी भी चीज को छूने से बचें।
- संक्रमित लोगों और अन्य लोगों से कम से कम मीटर की दूरी बनाकर रखें।
- छींकते या खांसते समय अपने मुंह को रुमाल या टिश्यू पेपर से कवर करें और टिश्यू पेपर को सही जगह फेंके।
- अगर आपका स्वास्थ्य पहले से ही खराब है तो आप घर के अंदर ही रहें।
- स्मोकिंग से बचें और फेफड़ों को प्रभावित करने वाली चीजों से दूरी बना लें।
- कोरोना वायरस से बचने का सबसे आसान तरीका तो यह है कि अप बेवजह घर से बाहर ही न निकलें।