कोरोना वायरस को मात देने के बाद महान भारतीय फर्राटा धावक मिल्खा सिंह की तबीयत दोबारा बिगड़ गई है। उन्हें गुरुवार को पीजीआई चंडीगढ़ में एडमिट कराया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज फोन के जरिए मिल्खा सिंह का हाल चाल जाना और उनके जल्द ठीक होने की कामना की।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार 91 साल के मिल्खा सिंह की 20 मई को कोरोना वायरस रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। चंडीगढ़ स्थित अपने आवास पर पृथकवास (Quarantine) में रहने के बाद उन्हें पीजीआई चंडीगढ़ में भर्ती कराना पड़ा था। मिल्खा सिंह ने तेजी से रिकवर किया था, जिसके चलते दो दिन में ही आईसीयू से बाहर आ गए थे। 31 मई को उनकी कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद पीजीआई चंडीगढ़ से डिस्चार्ज कर दिया गया था। 31 मई को उनकी कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद पीजीआई चंडीगढ़ से डिस्चार्ज कर दिया गया था।
पीजीआई चंडीगढ़ के अधिकारिक प्रवक्ता प्रोफेसर अशोक कुमार की ओर से बताया गया कि कोविड 19 की वजह से पूर्व भारतीय धावक मिल्खा सिंह की तबीयत खराब होने के कारण कल उन्हें भर्ती किया गया है। उनकी हालत स्थिर बनी है।
रसोइया आया था सबसे पहले चपेट में
मिल्खा सिंह के परिजनों ने बताया था कि उनके घर में सबसे पहले उनके रसोइये को बुखार हुआ था। यह रसोइया मिल्खा सिंह के परिवार के साथ 50 साल से जुड़ा है। वह गांव गया था, जहां कोरोना की चपेट में आ गया। वापस आकर उसे बुखार हुआ, लेकिन उसने बताया नहीं कि उसकी तबीयत खराब है। बाद में जब पता चला तो उसकी कोरोना जांच कराई गई, जिसमें वह पॉजीटिव मिला।