श्रीनगर। पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने शनिवार को सोपोर आतंकवादी हमले की निंदा करते हुए कहा कि गोलियां जम्मू-कश्मीर के मुद्दे को हल नहीं कर सकती हैं और बातचीत ही एकमात्र रास्ता है। महबूबा ने कहा, जम्मू-कश्मीर का मुद्दा बंदूक से नहीं सुलझाया जा सकता। बातचीत ही सभी मुद्दों के लिए आगे बढ़ने का रास्ता है।
अपनी पार्टी के अध्यक्ष अल्ताफ बुखारी ने भी सोपोर गोलीबारी घटना की निंदा की।
बुखारी ने एक बयान में हमले को सबसे भीषण और दिल दहला देने वाला करार दिया।
बुखारी ने कहा, हिंसा कभी भी समाधान नहीं रही, बल्कि किसी भी समाज की शांति और प्रगति में एक बड़ी बाधा रही है। चरमपंथी ताकतें केवल लोगों के कष्टों को बढ़ा रही हैं। किसी भी राजनीतिक, वैचारिक या धार्मिक प्रेरणा के बावजूद - किसी भी अभिव्यक्ति में हिंसा अस्वीकार्य है।
उन्होंने कहा कि बेहूदा हिंसा ने जम्मू-कश्मीर में समाज के सभी वर्गों को तबाह कर दिया है, जिससे कीमती मानव जीवन पर भारी असर पड़ा है।
उन्होंने कहा, संचार के इस बर्बर तरीके से न केवल मनुष्यों की एक पीढ़ी खो गई है, बल्कि शांति विरोधी ताकतों ने पिछले तीन दशकों में लोगों की सामाजिक-आर्थिक स्थितियों को भी तबाह कर दिया है।