योग भारत और नेपाल में एक आध्यात्मिक प्रकिया को कहते हैं जिसमें शरीर, मन और आत्मा को एक साथ लाने (योग) का काम होता है। यह शब्द, प्रक्रिया और धारणा हिन्दू धर्म,जैन धर्म और बौद्ध धर्म में ध्यान प्रक्रिया से सम्बन्धित है। योग शब्द भारत से बौद्ध धर्म के साथ चीन, जापान, तिब्बत, दक्षिण पूर्व एशिया और श्री लंका में भी फैल गया है और इस समय सारे सभ्य जगत् में लोग इससे परिचित हैं।
आज हम आपको बताएंगे अगर आपको किडनी संबंधित कोई भी समस्या हो आप उसे अपने घरेलू नुस्खों से और अपनी दिनचर्या में बदलाव लाकर कैसे कुछ ही समय में ठीक कर सकते हैं इससे पहले वाली पोस्ट में मैंने आपको बताया था कि अगर आपको किडनी संबंधित कोई समस्या हो तो आप उसको कैसे पहचान करें उसके क्या लक्षण आपके शरीर में दिखाई देंगे इसके बारे में मैंने आपको उस पोस्ट में बताया था और इस पोस्ट में हम आपको बताएंगे कि आप अपने आप ही कैसे अपने डॉक्टर बने. नियमित योग करने से हर बीमारी शरीर से छू मंतर हो जाती है योगासन में सुबह ताड़ासन, तिर्यक ताड़ासन, कटी चक्रासन करें दोपहर में मंडूक आसन, अर्ध मत्स्येन्द्र आसन, पश्चिमोत्तानासन, भुजंग व शशांक आसन और धनुरासन कर सकते हैं इससे निचला हिस्सा और सेंट्रल नर्वस सिस्टम स्वस्थ रहता है। 10-15 मिनट कपालभाति प्राणायाम व मॉर्निग वॉक जरूर करें। योग के अलावा समय से भोजन करें। सुबह 7 से 9 बजे के बीच नाश्ता करें शाम को 7 बजे से पहले रात का भोजन कर लें डायबिटीज के रोगियों को छोड़कर सभी को रात में एक गिलास दूध में एक चम्मच शहद डाल कर पीना चाहिए इससे किडनी स्वस्थ रहेगी पानी, नारियल पानी, नीबू पानी, शहद पानी के रूप में दिन भर में तीन से चार लीटर तरल लें उसमें भी दो तिहाई हिस्सा सामान्य पानी ही पिएं.
ऐसे रहेगी किडनी सलामत
विटामिन-डी और विटामिन-बी 6 की आपूर्ति दुरुस्त हो तो किडनी की बेहतर सुरक्षा होती है यदि पथरी की समस्या हो तो विटामिन-बी 6 का नियमित सेवन करें.
विटामिन-सी किडनी की सेहत के लिए अच्छा रहता है नींबू-पानी, आंवला, संतरा आदि पर्याप्त लें.
किडनी स्वस्थ है तो पर्याप्त मात्र में पानी पिएं। उसके बाद डॉक्टर की सलाह से पानी की मात्र तय करें कई स्थिति में ज्यादा पानी पीना नुकसानदेह भी हो सकता है.
नमक कम खाएं कई बार नमक कम करने या बंद कर देने से किडनी को काफी राहत मिल जाती है.
प्रोटीन की मात्र नियंत्रित रखें शरीर के वजन के हिसाब से 0.5 से 0.8 मिलीग्राम प्रति किलो हर रोज के लिए काफी है.
खीरा, ककड़ी, गाजर, पत्तागोभी, लौकी, आलू और तरबूज का रस फायदेमंद होता है सब्जियों में तोरी, घीया, टिंडा, धनिया, परवल, कच्च पपीता, कच्च केला, सेम, सहजन की फली खाना फायदेमंद रहता है.
अंगूर शरीर से विषाक्त तत्वों को बाहर करता है रात में मुनक्के भिगोकर सवेरे उसका पानी पीना लाभ पहुंचाता है.
जामुन और करौंदा जैसे फल किडनी से यूरिक एसिड और यूरिया को बाहर निकालने में सहायता करते हैं.
दैनिक आहार में दही और छाछ शामिल करें। इससे मूत्र मार्ग के संक्रमण कम होते हैं.
सेब, पपीता, अनन्नास, अमरूद, बेर जैसे फल खाएं.
एक शोध में पाया गया है कि बेकिंग सोडा यानी सोडियम बाई काबरेनेट किडनी को कई रोगों से बचाता है बेकिंग सोडा के सेवन से रक्त में एसिडिटी की समस्या समाप्त हो जाती है, जो किडनी को बीमार बनाने का प्रमुख कारण है.
35 के बाद वर्ष में कम से कम एक बार बीपी और शुगर की जांच कराएं बीपी या डायबिटीज के लक्षण मिलने पर हर छह माह में यूरिन और खून की जांच कराएं.