प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को अंतरराष्ट्रीय मादक द्रव्य निषेध दिवस के अवसर पर नशा मुक्त भारत का आह्वान करते हुए लोगों को आगाह किया कि नशा जिंदगी को ना सिर्फ अंधेरे की ओर धकेलती है बल्कि बर्बादी और तबाही का कारण भी बनती है।
प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर कहा, ‘‘अंतरराष्ट्रीय मादक द्रव्य निषेध दिवस पर आज मैं उन सभी लोगों की सराहना करता हूं जो जमीनी स्तर पर नशे से समाज को मुक्त करने के लिए काम कर रहे हैं। जीवन बचाने के लिए ऐसे सभी प्रयास महत्वपूर्ण हैं। आखिरकार, नशा अपने साथ अंधेरा, बर्बादी और तबाही लेकर आता है।’’
एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा, ‘‘आइए, हम सब मिलकर नशे को लेकर सही जानकारी साझा करने और नशा मुक्त भारत की कल्पना को साकार करने की प्रतिबद्धता को दोहराएं। याद रखिए, नशा ना तो अच्छी चीज है और ना ही स्टाइल की अभिव्यक्ति।’’
प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘‘मन की बात’’ के एक पुराने संस्करण के कुछ अंश साझा किए जिनमें नशा मुक्ति के संबंध में उन्होंने लोगों से संवाद किया था।
ज्ञात हो कि हर साल 26 जून को दुनिया भर में नशीली दवाओं के दुरपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय दिवस मनाया जाता है। यह दिन नशीली दवाओं के दुरुपयोग को समाप्त करने और अवैध नशीली दवाओं के व्यापार को बढ़ावा देने वाले जागरुक करने के लिए है।