भारत में कोरोना वायरस के खिलाफ जंग जारी है। इसलिए देशभर में टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है ताकि कोरोना से जंग जीती जा सके। लेकिन इसी बीच देश के अलग-अलग हिस्सों में कुछ लोग कोरोना वैक्सीन लगवाने में संकोच कर रहे हैं। इसी तरह का एक मामला आर्थिक राजधानी मुंबई से सटे पालघर से सामने आया है।
पालघर जिले के आदिवासी इलाके में वैक्सीनेशन के लिए पहुंची मेडिकल टीम पर लोगों ने हमला कर दिया है। आदिवासी इलाकों में टीकाकरण टीम के साथ बदतमीजी और मारपीट की दो घटनाएं सामने आई हैं। पहली घटना मनोर तहसील के गंजे जायशेठ गांव में हुई। यहां पर वैक्सीनेश के लिए गई टीम पर गांव के लोगों ने पिटाई की।
जब घटना की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस से स्थानीय लोगों ने बदतमीजी की। पालघर पुलिस ने इस मामले में 2 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि फरार सात आरोपियों की तलाश जारी है। जबकि दूसरा मामला विक्रमगढ़ तहसील के बालापूर गांव से सामने आया। बालापूर गांव में भी मेडिकल टीम के साथ बदतमीजी की गई।
जानकारी के लिए आपको बता दें कि आदिवासी गांवों में मेडीकल टीमों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा हैं। साथ ही बताते चले कि कोरोना वायरस की दूसरी लहर में पालघर के आदिवासी इलाकों में कई लोगों की मौत हो हुई है और यह मौतों का सिलसिला अब भी जारी है।
जानकारी के अनुसार, आदिवासी इलाकों में मृत्यु दर दो से चार गुना बढ़ गई है। इसी वजह से आदिवासी इलाकों में टीकाकरण करने में बहुत परेशानी आ रही है। जब भी कोई सरकारी टीम यहां के गांव में आती हैं तब गांव के कुछ लोग इस डर से जंगलो में भाग जाते हैं कि कहीं उन्हें टीका ना लगा दिया जाए।