पाकिस्तान अपने देश में फैल रहे कोरोना के कंट्रोल के लिए प्रोटोकाल बेशक न बनाया हो लेकिन भारत के खिलाफ छद्म युद्ध करने के लिए आतंकियों के लिए प्रोटोकॉल का फरमान जारी किया है। जी हां, सुनकर अजीब लगता है मगर यह हकीकत है।
पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई ने आतंक की तैयार पौध के लिए ट्रेनिंग के बाद कश्मीर जाकर आतंक फैलाने वाले आतंकियों के लिए प्रोटोकॉल का फरमान जारी किया है। इस प्रोटोकॉल का मकसद सारे आतंकी संगठनों की हर हरकत पर नजर और उनको कंट्रोल में रखना है।
खुफिया सूत्रों के अनुसार इसमें सख्त हिदायत दी गई है कि पाकिस्तान से ट्रेनिंग लेकर कश्मीर जाने वाला कोई भी आतंकी पाकिस्तान मार्क के साजो सामान के साथ नहीं जाएगा, बल्कि आईएसआई उसको अलग से सामान मुहैया करवाएगी। इसके साथ ही कश्मीर जाने वाले हरेक आतंकी को अपना पासपोर्ट 15 दिनों के अंदर जमा करने को भी कहा गया है।
खुफिया रिपोर्ट के अनुसार इस प्रोटोकॉल फरमान के मुताबिक, कश्मीर से पाकिस्तान आने वाले आतंकियों के रिश्तेदारों को आईएसआई के नजदीकी आफिस में अपनी जानकारी और फोटोग्राफ्स जमा करने होंगे।
इसके अतिरिक्त आतंकी संगठनों के दफ्तरों में सीसीटीवी लगाया जाएगा और उसका सर्वर कंट्रोल आईएसआई के पास होगा। वहीं आतंकी तंजीमों को नई भर्ती की पूरी जानकारी आईएसआई को देने को कहा गया और आईएसआई की मंजूरी के बाद ही किसी तंजीम में वो शामिल हो सकेंगे।
इसके अलावा आईएसआई ने मुजफ्फराबाद के शमशुल हक आतंकी ट्रेनिंग कैम्प मुजफ्फराबाद की बाहरी दीवार की मरम्मत के लिए 20 लाख रु पए हिजबुल के मुमताज अहमद को दिया। कश्मीर घाटी में दंगे, रैली और प्रदशर्न करवाने के लिए हिजबुल के सेकेंड इन कमांड आमिर खान को 20 लाख रु पए दिए।
मारे गए आतंकियों के परिवार वालों के लिए भी आईएसआई ने 30 लाख दिए हैं। आईएसआई के ब्रिगेडियर अशफाक ने आतंकियों के सवाल पर उन्हें ज्यादा से ज्यादा हथियार मुहैया कराने का भरोसा दिया है। आईएसआई ने आतंकियों को कश्मीर में राजनीतिक तौर पर सक्रिय लोगों की लिस्ट मुहैया कराई और टारगेट कर उन्हें मारने को कहा है।