भारत में कोरोना की तीसरी लहर की भविष्यवाणी सही साबित होती दिख रही है, महाराष्ट्र के अहमदनगर में कम से कम 10 हजार बच्चे कोरोना की चपेट में आ चुके हैं और उसमें से 97 फीसदी बच्चे ऐसे हैं, जिनके अंदर गंभीर लक्षण दिखे हैं। इसमें 18 साल से कम उम्र के बच्चे शामिल हैं।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अहमदनगर में कोरोना की तीसरी लहर देखने को मिली है, जिसमें 18 साल से कम उम्र के बच्चों में कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। बीते मई महीने में ही कम से कम 9 हजार से ज्यादा बच्चे इसकी चपेट में आ चुके हैं। इससे पहले अप्रैल महीने में 7 हजार से ज्यादा बच्चे संक्रमित हुए थे।
एक सिविल सर्जन ने कहा कि देश में कुल संक्रमण दर बढ़ने की वजह से बच्चों में संक्रमण दर बढ़ना है। जब अप्रैल महीने में 7,760 बच्चे कोरोना संक्रमित पाए गए, तो उसमें अभी तक कोई गंभीर मामला दर्ज नहीं किया गया है। ऐसे में सवाल यह पूछा जा रहा है कि क्या तीसरी लहर ने दस्तक दे दी है।
अहमदनगर जिले के एक कोविड सेंटर में कम से कम 600 बच्चों का इलाज किया जा रहा। इसमें छोटे बच्चे कम से कम 28 हैं। जिनकी उम्र 0 से 18 साल है। एक शख्स ने बताया कि पहले उनके बच्चे को बुखार आया तो उसकी जांच करवाई, सभी टेस्ट भी कराए। जिसमें बच्चे की रिपोर्ट पॉजिटिव बताई गई।
महाराष्ट्र प्रशासन ने शुरू की तैयारी
महाराष्ट्र सरकार ने तीसरी लहर की चेतावनी के बाद ही तैयारी शुरू कर दी थी। प्रशासन ने इस हालात से निपटने के लिए अलग से एक टास्क फोर्स का गठन किया है। जिले के 25 ग्रामीण अस्पतालों में वार्ड बनाए गए हैं, जहां इलाज किया जा रहा है। संक्रमण बढ़ने की वजह पिछले दिनों शादी समारोह में बच्चों के शामिल होना बताया जा रहा है।