राष्ट्रीय लोकदल (RLD) प्रमुख और पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी अजित सिंह का गुरुवार को covid -19 से निधन हो गया. वह 82 वर्ष के थे. पश्चिमी उत्तर प्रदेश में एक प्रमुख नेता RLD प्रमुख का कोविड पॉजिटिव पाए जाने के बाद गुरुग्राम के एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था. फेफड़ों में संक्रमण के कारण मंगलवार रात को अजित सिंह की हालत बिगड़ गई. देश के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के बेटे चौधरी अजित सिंह सात बार बागपत से सांसद रहे. उन्होंने केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री के रूप में भी काम किया.
किसान नेता चरण सिंह के बेटे, अजीत सिंह ने देश लौटने से पहले अमेरिका में कंप्यूटर उद्योग में 15 साल काम किया. जब वह अपने पिता की राजनीतिक विरासत को हासिल करने के लिए देश लौट आए. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) खड़गपुर और इलिनोइस इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी शिकागो के पूर्व छात्र अजित सिंह पहली बार 1986 में राज्यसभा के लिए चुने गए थे. उनकी पार्टी आरएलडी जाट बहुल पश्चिमी उत्तर प्रदेश में प्रभाव है.अजित सिंह की पार्टी ने कांग्रेस, भाजपा और समाजवादी पार्टी के साथ से गठबंधन किया.
अजित सिंह को वीपी सिंह सरकार में केंद्रीय उद्योग मंत्री के रूप में शामिल किया गया था. वह खाद्य मंत्री के रूप में पीवी नरसिम्हा राव सरकार में शामिल हुए लेकिन 1996 में कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया. अजित सिंह ने RLD का गठन किया और 2001 में अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में कृषि मंत्री के रूप में शामिल हुए. वह मई 2003 तक राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) सरकार का हिस्सा थे. उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के साथ गठबंधन करने के बाद अजित सिंह संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) में शामिल हो गए.