नई दिल्ली: कोरोना कहर के बीच अभी गर्मी भी तेज हो रही है. इस मौसम में ठंडे पानी से ही लोगों की प्यास बुझती है. कुछ लोग फ्रिज में पानी की बॉटल्स भरकर रखते हैं और ठंडा होने पर उसका सेवन करते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि गर्मियों में फ्रिज से बेहतर मटके का पानी होता है, जो न सिर्फ प्यास बुझाता है, बल्कि आपको इस मौसम में होने वाली कई तरह की बीमारियों से भी बचाता है.
आयुर्वेद में भी मिट्टी के बर्तनों में पानी रखने और उनमें भोजन पकाने तक के फायदे माने गए हैं.
मटके में कैसे ठंडा होता है पानी
दरअसल, मिट्टी के बने मटके में सूक्ष्म छिद्र होते हैं. ये छिद्र इतने सूक्ष्म होते हैं कि इन्हें नंगी आंखों से नहीं देखा जा सकता. पानी का ठंडा होना वाष्पीकरण की क्रिया पर निर्भर करता है. जितना ज्यादा वाष्पीकरण होगा, उतना ही ज्यादा पानी भी ठंडा होगा. इन सूक्ष्म छिद्रों द्वारा मटके का पानी बाहर निकलता रहता है. गर्मी के कारण पानी वाष्प बन कर उड़ जाता है. वाष्प बनने के लिए गर्मी यह मटके के पानी से लेती है. इस पूरी प्रक्रिया में मटके का तापमान कम हो जाता है और पानी ठंडा रहता है.
क्यों फायदेमंद है मटके का पानी
कई रिपोर्ट्स में बताया गया है कि मटके के पानी पीने के अलग अलग फायदे बताए गए हैं. बताया जाता है कि इससे आपकी इम्युनिटी मजबूत होती है और किसी भी रोग लड़ने में आपके शरीर को ताकत मिलती है. इसके साथ ही ये टेस्टोस्टरॉन का स्तर बढ़ाता है. इससे एसिडिटी जैसी दिक्कत दूर होने के साथ ही आपके गले को भी आराम मिलता है.
मटके का पानी पीने के फायदे
1. लू से बचाता है मटके का पानी
सनस्ट्रोक या लू एक बहुत ही आम समस्या है, जो गर्मियों में बहुत से लोगों को लगती है. मिट्टी के बर्तनों में रखे पानी में विटामिन और खनिज शरीर के ग्लूकोज के स्तर को बनाए रखने में मदद करता है. यह आपके शरीर को ठंडक प्रदान करता है. यही वजह है कि मटके का पानी आपको लू से बचाने में मददगार साबित होता है.
2. शरीर को ठंडक पहुंचाता है मटके का पानी
मिट्टी के घड़े की सतह में छोटे-छोटे पोर्स होते हैं, इनसे पानी आसानी से इवैपोरेट हो जाता है, जिससे उसकी गर्मी खत्म हो जाती है. इस वजह से ही मटके में रखे पानी का तापमान कम होता है. मटके में रखे पानी में प्राकृतिक रूप से कूलिंग इफेक्ट्स आ जाते हैं. यही वजह है कि यह शरीर को ठंडा रखने में बेहद मददगार है.
3. पीएच संतुलन सही होता है
मटके का पानी पीने से पीएच संतुलन सही होता है. क्योंकि मिट्टी के क्षारीय तत्व और पानी के तत्व मिलकर उचित पीएच बेलेंस बनाते हैं, जो शरीर को किसी भी तरह की हानि से बचाते हैं और संतुलन बिगड़नेे नहीं देते.
4. त्वचा की समस्या से राहत
यदि आप फोड़े, फुंसी व मुहासे आदि से परेशान हैं तो मटके का पानी पीना शुरू कर दें. इससे त्वचा में निखार तो आता ही है साथ ही साथ स्किन संबंधी अन्य समस्याओं से निजात मिलता है.
5 हड्डियों के दर्द से निजात
आपके शरीर में दर्द व सूजन जैसी समस्याएं रहती है तो हमें घड़े का पानी जरूर पीना चाहिए. यह अर्थराइटिस बीमारी में भी बेहद लाभकारी होती है. हेल्थ विशेषज्ञों की मानें तो मिट्टी में मौजूद एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण. इन रोगों से राहत दिलाने में कारगर है.