स्वास्थ्य सिर्फ बीमारियों की अनुपस्थिति का नाम नहीं है। हमें सर्वांगीण स्वास्थ्य के बारे में जानकारी होना बहुत आवश्यक है। स्वास्थ्य का अर्थ विभिन्न लोगों के लिए अलग-अलग होता है।
लौंग को पीसकर, या साबुत खाद्य पदार्थ में डालने से, वह सुगंधमय हो जाता है, अत: भिन्न भिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थों को सुवासित करने के लिए इसका उपयोग मसाले की तरह करते हैं। दाँत का मंजन, साबुन, इत्र वेनिला तथा पौधों की आंतरिक रचना देखने के लिए एवं दवा के रूप में इस तेल का उपयोग होता है। लौंग के फल एवं फूल के डंठल का भी कभी कभी उपयोग किया जाता है। भारतीय मसालों में लौंग (Cloves) का स्थान महत्वपूर्ण है. ये ना केवल खाने का स्वाद (Taste) बढ़ाता है, यह सेहत (Health) के लिए भी फायदेमंद है. इसे हजारों साल से भारतीय आयुर्वेद में औषधी के रूप में प्रयोग किया जा रहा है. यही नहीं, वैज्ञानिकों ने भी इसके फायदों के बारे में कई शोध किए हैं और इसके फायदे को स्वीकारा है. इसका प्रयोग आमतौर पर हम पेट में दर्द से लेकर खांसी और सर्दी के इलाज के लिए करते हैं. लेकिन आपको बता दें कि ये छोटा सा दिखने वाला मसाला दरअसल कई बड़ी बड़ी बीमारियों जैसे पारकिंसन आदि को रोकने के भी काम आ रहा है. इसमें कई गुणकारी तत्व हैं जैसे विटामिन ई, विटामिन सी, फोलेट, रिबोफ्लेविन, विटामिन ए, थियमिन, विटामिन डी, ओमेगा 3 फैटी एसिड आदि. इसके अलावा इसमें एंटी बैक्टीरियल और एंटी इंन्फ्लामेटरी प्रॉपर्टीज भी होते हैं.
जानें इसका प्रयोग
अगर आप रोजाना रात को डिनर के बाद और सोने से पहले दो लौंग चबाकर गर्म पानी के साथ खाते हैं तो इसका गुण कई गुना बढ़ जाता है. इस तरह प्रयोग करने से शरीर की कई समस्याएं धीरे धीरे कम होकर खत्म भी हो सकती हैं.
इसके फायदे
रात को गर्म पानी के साथ इसके सेवन से कब्ज, डायरिया, एसिडिटी आदि की समस्या ठीक हो जाती है.
लौंग में एंटी बैक्टीरियल और एंटी ऑक्सीडेंट गुण होने के कारण पिंपल्स और एक्ने की समस्या दूर रहती है.
दांतों में दर्द हो तो रात को सोने से पहले इसे गर्म पानी के साथ चबाकर खाएं, ऐसा करने से दर्द में आराम मिलेगा और इंफेक्शन नहीं होगा.
गले में अगर दर्द रहता है या खांसी होती है तो आप लौंग को इस तरह रात में खाएं. आराम मिलेगा.
अगर आपके हाथ और पैर में कंपन रहती है तो आप रात को डिनर के बाद लौंग चबाकर और गर्म पानी के साथ इसे पी लें. आपकी समस्या में आराम मिल सकता है.
रात को लौंग के सेवन से रोग प्रतिरोधक क्षमता में तेजी से विकास होता है.
इसके प्रयोग से वायरल इंफेक्शन, ब्रोंकाइटिस, साइनस और अस्थमा में भी आराम मिलता है.