पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को आरोप लगाया कि चक्रवाती तूफान यास से निपटने के लिए केंद्र सरकार ने प्रभावित राज्यों को मदद का जो वादा किया है, उसमें बंगाल के साथ भेदभाव किया गया है। ममता ने कहा कि गृहमंत्रालय ने ओडिशा और आंध्र प्रदेश को राहत कार्यों के लिए 600 करोड़ रुपए अडवांस में देने का वादा किया है, लेकिन बंगाल को केवल 400 करोड़ रुपए दिए जाएंगे।
ममता ने इसे भेदभाव बताते हुए राज्य में की गई तैयारियों का ब्योरा भी दिया है। 4000 साइक्लोन शेल्टर्स तैयार हैं, 10 लाख लोगों को बाहर निकाला जाएगा। 51 डिजास्टर मैनेजमेंट टीम, 1000 इलेक्ट्रिसिटी और 400 मोबाइल नेटवर्क बहाली टीमें गठित की गई हैं। 20 जिले बहुत अधिक प्रभावित होंगे।
भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने सोमवार को कहा कि चक्रवाती तूफान 'यास' बंगाल की पूर्व-मध्य खाड़ी के ऊपर से आगे बढ़ रहा है और यह तेजी पकड़ने की प्रक्रिया में है। आईएमडी अधिकारी ने कहा कि चक्रवाती यास 16.4 डिग्री उत्तरी अक्षांश और 89.6 डिग्री पूवीर् देशांत के पास बंगाल की पूर्व-मध्य खाड़ी में केंद्रित है। जो सोमवार सुबह साढे आठ बजे अंडमान द्वीप के पोर्ट ब्लेयर से 620 किलामीटर उत्तर-उत्तर-पश्चिम में ओडिशा के पारादीप से 530 किमी दक्षिण-दक्षिण-पूर्व में, बालासोर के 630 किमी दक्षिण-दक्षिण पूर्व में और पश्चिम बंगाल के दीघा के 620 किमी दक्षिण-दक्षिण पूर्व में केंद्रित है।
उन्होंने कहा कि मौसमी दशाओं के अगले 12 घंटों में गंभीर चक्रवाती तूफान में बदलने आशंका है और इसके बाद यह 26 मई की सुबह तक 'बेहद गंभीर चक्रवाती तूफान' में बदल जाएगा। मौसम विभाग ने बताया कि यह उत्तर-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ना जारी रहेगा, और तेज होगा तथा 26 मई की सुबह तक उत्तरी ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटों के पास उत्तरी पश्चिमी बंगाल की खाड़ी तक पहुंच जाएगा। इसी दिन दोपहर तक यह बेहद गंभीर चक्रवाती तूफान का रूप ले लेगा और इसके पारादीप और सागर द्वीपों के बीच उत्तर ओडिशा-पश्चिम बंगाल के तटों को पार करने का अनुमान है।
चक्रवाती तूफान 'यास' से होने वाले नुकसान को कम करने के लिए केंद्र और संबंधित राज्य सरकारों ने पयार्प्त इंतजाम किए हैं। नौसेना और वायु सेना नौसेना को बचाव टीमों के साथ स्टैंडबाय के तौर पर रखा गया है। जबकि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पांच तटीय राज्यों और केन्द्रशासित प्रदेश पुड्डुचेरी के मुख्यमंत्रियों से बातचीत की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को चक्रवात से उत्पन्न स्थिति और उससे संबंधित एजेंसियों की तैयारियों की भी समीक्षा की है।