भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि राज्य में एक जून से अनलॉक की प्रक्रिया शुरु होगी, इस प्रक्रिया के लिए मंत्रियों की टीम बनाई जाएगी। मुख्यमं˜ाी चौहान ने कैबिनेट की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश में हम एक जून से अनलॉक की प्रक्रिया प्रारंभ करेंगे, लेकिन टेस्टिंग भी चलती रहेगी, ताकि कोई संक्रमित व्यक्ति स्प्रेडर न बन पाये।
उन्होंने आगे कहा कि तीसरी लहर को रोकने के लिए हमें पहले से ही तैयार रहना होगा। चिकित्सा व्यवस्था के साथ कोविड के अनुरूप हमें व्यवहार करना और करवाना होगा। अनलॉक की प्रक्रिया का निर्धारण करने वाले मंत्रियों की टीम बनाएंगे। यह टीम वैज्ञानिकों से संपर्क कर यह तय करेगी कि हम लॉकडाउन को किस प्रकार खोलेंगे।
चौहान ने वैक्सीन के हो रहे विरोध का जिक्र करते हुए कहा कि कई जगह वैक्सीन का विरोध है, इसलिए जनता को जागरुक करने के लिए टीकाकरण अभियान समिति बनाई जाएगी। सरकार के साथ जब तक जनता का सहयोग नहीं होगा, हम कोरोना को पूरी तरह खत्म नहीं कर सकते। इसलिए निचले स्तर तक की क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी अनलॉक की प्रक्रिया निर्धारित करने में शामिल रहें।
चौहान ने आगे कहा कि सभी मंत्री अपने प्रभार के जिलों में एक-एक दिन जाएं और ब्लॉक स्तर पर कंसंट्रेट करें। हर गांव और वॉर्ड की क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी की बैठक हो और वो तय करें की हमें अनलॉक कैसे करना है। इससे जनता पूरी तरह से इन्वॉल्व हो जाएगी और कोरोना के अनुरूप व्यवहार भी जनता अपने आप करेगी।
ज्ञात हो कि राज्य में कोरोना संक्रमण की रफ्तार को रोकने के लिए 31 मई तक के लिए जनता कर्फ्यू लगाया गया है, पांच जिलों में जनता कर्फ्यू से कुछ छूट जरुर दी गई है, वहीं सभी जिलों में ढील की शुरुआत एक जून से होगी।