बीमार पिता को इलाज के लिए नहीं मिली ऑक्सीजन…रोते हुए गले लगाकर दिलासा देने वाला वीडियो हुआ वायरल
पिता को स्ट्रेचर पर लेकर इधर-उधर की ठोकरें खा रहा बेटा लगातार इलाज के लिए ऑक्सीजन की गुहार लगाता रहा, लेकिन उसकी सुनने वाला कोई भी नहीं था।
डॉक्टर न तो इलाज के बारे में कुछ बता रहे थे और न ही उन्हें ICU में भर्ती कर रहे थे, वह आईसीयू में भर्ती करने की बात कह तो रहे थे लेकिन साथ ही बेड खाली न होने का भी हवाला दे रहे थे।
भोपाल |कोरोना महामारी के बीच अपनो को खोने का डर लोगों की आंखों में साफ देखा जा सकता है, बीमार परिजनों को लेकर इन दिनों अस्पतालों में इलाज के लिए भटकने वालों की भीड़ लगी रहती है। इन तस्वीरों को देखकर किसी का भी दिल पसीज सकता है. लेकिन हमारा सिस्टम फिर भी आंखें मूंदे हुए है, ऐसा ही एक मामला मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से सामने आया है. यहां पर एक बेबस बेटा अपने बीमार पिता को इलाज के लिए भोपाल के एम्स में लेकर पहुंचा,
पिता को स्ट्रेचर पर लेकर दर-बदर की ठोकरें खा रहा बेटा लगातार इलाज के लिए ऑक्सीजन की गुहार लगाता रहा, लेकिन उसकी सुनने वाला कोई भी नहीं था, लाचार बेटा वीडियो में कहता दिखाई दे रहा है कि उसके पापा की तबीयत बिगड़ रही है.ऑक्सीजन सिंलेंडर तो है लेकिन ऑक्सीजन नहीं है, वह लगातार मदद के लिए लिए लोगों को पुकार रहा है. वह कह रहा है कि डॉक्टर भी उसकी मदद नहीं कर रहे हैं. परेशान बेटा बीच-बीच में अपने पिता को गले से लगा लेता है और उन्हें दिलासा देते हुए कहता है कि बस डॉक्टर आ ही रहे हैं।
एम्स में नहीं मिली बीमार पिता को ऑक्सीजन
पिता के इलाज के लिए तड़प रहे लाचार बेटे के इस वीडियो को देखकर किसी की भी आंखों में आंसू आ सकते हैं लेकिन भोपाल के एम्स जैसे बड़े अस्पताल में उसकी सुनने वाला कोई भी नहीं था। वीडियो में दिख रहे शुभम नाम के लड़के का कहना है कि उसने अपने बीमार पिता को 24 अप्रैल को एम्स में इलाज के लिए भर्ती कराया था। उनका ऑक्सीजन लेवल गिरते हुए 54 पर आ गया।
इलाज के लिए आगे नहीं आए डॉक्टर्स
उसका आरोप है कि डॉक्टर न तो इलाज के बारे में कुछ बता रहे थे और न ही उन्हें ICU में भर्ती कर रहे थे, वह आईसीयू में भर्ती करने की बात कह तो रहे थे लेकिन साथ ही बेड खाली न होने का भी हवाला दे रहे थे, 30 अप्रैल को जब उसके पिता की हालत बहुत ज्यादा बिगड़ने लगी तो उसने उन्हें एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती करवा दिया, अब उनके पिता पहले से बेहतर हैं, शुभम का आरोप है कि उसने अस्पताल एडमिनिस्ट्रेशन से उनका पक्ष जानने की भी कोशिश की थी लेकिन एम्स की तरफ से उनको कोई भी जवाब नहीं मिला, अब वह खुद ही अपने पिता की देखभाल कर रहा है ।