नई दिल्ली। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस बात की जानकारी दी है कि दुनिया भर से मिल रही चिकित्सा सहायता में 6 हजार ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स, सिलेंडर, जेनरेशन प्लांट और तीन लाख से ज्यादा रेमेडिसवीर कोरोना के खिलाफ लड़ाई के लिए राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों को भेज दिया गया है।
इन चिकित्सा सहायता में 6,738 ऑक्सीजन कॉन्सेंट्रेटर, 3,856 ऑक्सीजन सिलेंडर, 16 ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट, 4,668 वेंटिलेटर या बीएपी और 3 लाख से अधिक रेमेडिसविर भारत को वैश्विक सहायता के रूप में प्राप्त राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को दी गई है ।
ये चिकित्सा सहायता वैश्विक समुदाय से पिछले 13 दिनों में, 27 अप्रैल से 8 मई तक प्राप्त हुई थी।
कनाडा, थाईलैंड, नीदरलैंड, ऑस्ट्रिया, चेक गणराज्य, इजराइल, अमेरिका, जापान, मलेशिया, अमेरिका (गीलीड), अमेरिका (सेल्सफोर्स) और थाईलैंड में भारतीय समुदाय से शनिवार को प्राप्त होने वाली प्रमुख वस्तुओं में 2,404 ऑक्सीजन कॉन्सेंट्रेटर , 25,000 रेमेडिसिर शीशियां शामिल हैं।
मंत्रालय ने कहा कि केंद्र सरकार सुनिश्चित कर रही है कि वैश्विक सहायता तेजी से राज्यों और संघ राज्य क्षेत्रों को तेजी से कस्टम क्लीयरेंस, और हवाई और सड़क के उपयोग के माध्यम से वितरित की जा रही है।
विदेशी कोविड राहत सामग्री की प्राप्ति और आवंटन के समन्वय के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय में एक समन्वय सेल बनाया गया है। मंत्रालय ने कहा कि इस सेल ने 26 अप्रैल से काम करना शुरू कर दिया है और 2 मई से स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर को स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा लागू किया गया है।
मंत्रालय के अनुसार, केंद्र सरकार ने भारत द्वारा प्राप्त आपूर्ति के प्रभावी आवंटन और शीघ्र वितरण के लिए एक सुव्यवस्थित तंत्र तैयार किया है। यह तृतीयक देखभाल संस्थानों और प्राप्तकर्ता राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के चिकित्सा बुनियादी ढांचे को पूरक करने में मदद करेगा, और अस्पताल में भर्ती कोविड रोगियों के अपने नैदानिक प्रबंधन को मजबूत करेगा।
भारत को विभिन्न देशों और संगठनों से 27 अप्रैल से कोविड चिकित्सा आपूर्ति और उपकरणों की अंतर्राष्ट्रीय सहायता प्राप्त हो रही है।