नई दिल्ली। छह बार की विश्व चैंपियन एमसी मैरीकॉम सहित चार भारतीय महिला मुक्केबाज दुबई में जारी 2021 एएसबीसी एशियाई महिला एवं पुरुष मुक्केबाजी चैंपियनशिप के फाइनल में रविवार को स्वर्ण पदक जीतने के इरादे से उतरेंगी।
पूजा रानी (75 किग्रा), अनुपमा (+81 किग्रा) और लालबुतसाही (64 किग्रा) के साथ ओलंपिक पदक विजेता अनुभवी मैरीकॉम आज अपने-अपने अंतिम मुकाबले खेलेंगी जहां उनका लक्ष्य देश के लिए स्वर्ण पदक हासिल करना होगा।
बॉक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (बीएफआई) और यूएई बॉक्सिंग फेडरेशन द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित की जा रही इस प्रतिष्ठित चैंपियनशिप में इस साल की खास बात यह है कि चैम्पियनशिप की पुरस्कार राशि में भारी इजाफा किया गया है। इंटरनेशनल बॉक्सिंग एसोसिएशन (एआईबीए) ने इस चैंपियनशिप के लिए 4,00,000 अमेरिकी डॉलर की पुरस्कार राशि आवंटित की है। स्वर्ण पदक विजेताओं को 10,000 अमेरीकी डालर से सम्मानित किया जाएगा, जबकि रजत और कांस्य पदक विजेताओं को क्रमशः 5,000 अमेरीकी डालर और 2,500 अमेरीकी डालर का पुरस्कार दिया जाएगा।
मैरीकॉम सातवीं बार एशियाई चैम्पियनशिप में खेल रही हैं और वह अपने छठे स्वर्ण पदक के लक्ष्य के साथ 51 किग्रा फाइनल में दो बार की विश्व चैंपियन कज़ाख मुक्केबाज नाज़िम क्याज़ैबे की कड़ी चुनौती का सामना करेंगी। ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर चुकीं एक अन्य भारतीय पूजा रानी, जिन्हें सेमीफाइनल में वॉक-ओवर मिला था, का सामना उज़्बेकिस्तान की मावलुदा मोवलोनोवा से होगा। मावलुदा ने अंतिम -4 में लंदन ओलंपिक में पदक जीतने वाली मरीना वोल्नोवा की चुनौती को समाप्त किया था। दूसरी ओर, लालबुत्साई और अनुपमा को भी अपने-अपने भार वर्ग के फाइनल में मजबूत कजाख मुक्केबाजों का सामना करना होगा।
आठ भारतीय महिला मुक्केबाज सिमरनजीत कौर (60 किग्रा), लवलीना बोरगोहेन (69 किग्रा), जैस्मीन (57 किग्रा), साक्षी चौधरी (64 किग्रा), मोनिका (48 किग्रा), स्वीटी (81 किग्रा) और वरिंदर सिंह (60 किग्रा को सेमीफाइनल में हार का सामना करना पड़ा था। इन सबने देश के लिए कांस्य पदक हासिल किया है।