नई दिल्ली : Coronavirus (Covid-19): कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ लड़ाई में इस्तेमाल हो रही रेमडेसिविर इंजेक्शन (Remdesivir) की अब किल्लत नहीं होगी. केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया (Mansukh Mandaviya) ने कहा है कि रेमडेसिविर के उत्पादन में दस गुना की बढ़ोतरी हो गई है. उनका कहना है कि 11 अप्रैल को 33,000 शीशी रेमडेसिविर का उत्पादन हुआ था, जबकि आज इसका उत्पादन बढ़कर 3.50 लाख शीशी हो गया है. उन्होंने कहा कि सरकार ने एक महीने के भीतर रेमडेसिविर उत्पादन करने वाले प्लांट की संख्या में भारी बढ़ोतरी की है और यह संख्या 20 से बढ़कर 60 प्लांट तक हो गई है. उन्होंने कहा कि अब देश में पर्याप्त मात्रा में रेमडेसिविर है जो कि मांग के मुकाबले पर्याप्त है.
राज्यों को रेमडेसिविर के केंद्रीय आवंटन को बंद करने का निर्णय
उन्होंने कहा कि देश में रेमडेसिविर की पर्याप्त सप्लाई होने की वजह से राज्यों को रेमडेसिविर के केंद्रीय आवंटन को बंद करने का निर्णय लिया गया है. उनका कहना है कि नेशनल फार्मास्युटिकल प्राइसिंग एजेंसी (National Pharmaceuticals Pricing Agency) और सीडीएससीओ इंडिया (CDSCO) को रेमडेसिविर की उपलब्धता की लगातार निगरानी करने के लिए निर्देश जारी किए गए हैं.
अप्रैल के दौरान 10 लाख रेमडेसिविर इंजेक्शन का हुआ था उत्पादन
बता दें कि कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए देश में रेमडेसिविर इंजेक्शन की काफी किल्लत देखने को मिली थी. हालांकि अब रेमडेसिविर का उत्पादन अब 10 गुना बढ़ गया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अप्रैल के दौरान 10 लाख रेमडेसिविर इंजेक्शन का उत्पादन दर्ज किया गया था, जबकि मई में 1 करोड़ रेमडेसिविर इंजेक्शन का उत्पादन दर्ज किया गया है.