7 खाली टैंकर्स के साथ पहली ऑक्सीजन एक्सप्रेस विजाग के लिए रवाना ग्रीन कॉरिडोर के जरिए देश भर में होगी सप्लाई
Oxygen Express: भारतीय रेल ने मध्य प्रदेश, दिल्ली और उत्तर प्रदेश समेत अन्य राज्यों में ऑक्सीजन पहुंचाने के लिए बनाया ये प्लान
7 खाली टैंकरों के साथ रो-रो सेवा वसई रोड, जलगांव, नागपुर, रायपुर जंक्शन से होकर ईसीओआर जोन में विशाखापटनम स्टील प्लांट जाएगी, जहां इन्हें लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन से भरा जाएगा।
7 खाली टैंकरों के साथ रो-रो सेवा आज विजाग के लिए महाराष्ट्र के कालांबोली से रवाना हुई
भारतीय रेलवे ने कोरोना महामारी के खिलाफ अपनी लड़ाई को तेज करते हुए ऑक्सीजन एक्सप्रेस चलाने की सारी तैयारियां पूरी कर ली हैं, मुंबई मंडल की टीम ने 24 घंटे के भीतर कलंबोली गुड्स यार्ड में फ्लैट वैगनों में टैंकरों के लोडिंग-अनलोडिंग की सुविधा के लिए एक रैंप का निर्माण किया है, 7 खाली टैंकरों के साथ रो-रो सेवा वसई रोड, जलगांव, नागपुर, रायपुर जंक्शन से होकर ईसीओआर जोन में विशाखापटनम स्टील प्लांट जाएगी, जहां इन्हें लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन से भरा जाएगा यह गाड़ी कलंबोली यार्ड से आज रात 8.05 बजे रवाना हुई।
केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल ने ट्वीट किया
कोविड -19 के खिलाफ लड़ाई के तहत रेलवे ने अपनी पहली ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेन रवाना कर दी है। 7 खाली टैंकरों के साथ रो-रो सेवा आज विजाग के लिए महाराष्ट्र के कालांबोली से रवाना हुई ऑक्सीजन एक्सप्रेस तरल मेडिकल ऑक्सीजन लोड करने के लिए एक ग्रीन कॉरिडोर से होकर गुजरेगी।
कोविड -19 के खिलाफ लड़ाई के तहत रेलवे ने अपनी पहली ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेन रवाना कर दी है। 7 खाली टैंकरों के साथ रो-रो सेवा आज विजाग के लिए महाराष्ट्र के कालांबोली से रवाना हुई ऑक्सीजन एक्सप्रेस तरल मेडिकल ऑक्सीजन लोड करने के लिए एक ग्रीन कॉरिडोर से होकर गुजरेगी।
कोरोना के चलते मेडिकल ऑक्सीजन की मांग बढ़ी
देश में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में जबरदस्त वृद्धि के चलते मेडिकल ऑक्सीजन की मांग बढ़ गई है. अधिकारियों ने रविवार को बताया था कि खाली टैंकर विशाखापटनम, जमशेदपुर, राउरकेला और बोकारो से लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन भरने के लिए सोमवार को मुंबई और उसके आसपास कलमबोली और बोइसर स्टेशनों से चलेंगे
मध्य प्रदेश-महाराष्ट्र की सरकारों ने उठाई थी मांग
मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र की सरकारों ने इससे पहले रेलवे से पूछा था कि क्या उसके रेल नेटवर्क के जरिए लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन टैंकरों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाया जा सकता है, दोनों राज्य सरकारों के अनुरोध पर रेलवे ने तुरंत लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन की आवाजाही के लिए तकनीकी पहलुओं पर विचार करना शुरू कर दिया था।