Maharashtra Lockdown Update: देश कोरोना के बेहाल है. महाराष्ट्र देश में कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य है. यहां रोजाना 60 हजार से ज्यादा नए मामले सामने आ रहे हैं और 700-800 जानें हर दिन जा रही हैं. कोरोना पर काबू पाने के लिए उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) सरकार ने राज्य में 1 मई तक लॉकडाउन (Maharashtra) जैसी पाबंदियां लगा रखी हैं. हालांकि कोरोना की रफ्तार कम नहीं हो रही है. कोरोना के लगातार बढ़ते मामलों के बाद राज्य में 15 दिन के लिए लॉकडाउन (Maharashtra Lockdown Extension News) को बढ़ाया जा सकता है. यानी महाराष्ट्र में अब लॉकडाउन 1 से 15 मई तक के लिए बढ़ना लगभग तय है. महाराष्ट्र के राहत और पुनर्वास मंत्री विजय वडेट्टीवार के हवाले से Times Of India ने यह जानकारी दी.
उन्होंने बताया कि आज यानी 28 अप्रैल को होने वाली कैबिनेट बैठक में इसका फैसला लिया जाएगा. विजय वडेट्टीवार ने मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कहा कि मुंबई में कोरोना के मामलों में कमी आई है, लेकिन राज्य के बाकी हिस्से में ऐसा नहीं है. उन्होंने बताया कि हालात की समीक्षा करने के बाद राज्य में लॉकडाउन बढ़ाने का फैसला लिया जाएगा. राज्य के एक अधिकारी ने Times Of India को बताया कि राज्य में तब तक पाबंदियां नहीं हटाई जा सकती जब तक रोजोना आने वाले मामले 35 से 40 हजार के बीच न पहुंच जाए.
उधर, राज्य के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने बताया कि सरकार कैबिनेट बैठक में एक मई से टीकाकरण अभियान पर अपने रुख पर चर्चा करेगी. उन्होंने कहा, ‘राज्य मंत्रिमंडल में इस मुद्दे (नि: शुल्क वैक्सीन) को लाने का फैसला किया गया है. मैंने प्रस्ताव पर हस्ताक्षर किए हैं और यह अब उनके हस्ताक्षर के लिए सीएम के पास गया है. फिर, यह कैबिनेट में आएगा, जिसमें एमवीए सरकार के मारे सभी सहयोगी इस पर अपने विचार रखेंगे. सभी को सुनने के बाद, मुख्यमंत्री लोगों के हित में सही निर्णय की घोषणा करेंगे.
बता दें कि महाराष्ट्र में बीते 24 घंटे में कोरोना के 66 हजार से ज्यादा मामले सामने आए और इस दौरान 895 लोगों की मौत हो गई. राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि सूबे में पिछले एक दिन में 66,358 संक्रमित मिले हैं और 895 लोगों की मौत हो गई. अच्छी बात ये है कि इतने ही समय में 67,752 लोग संक्रमण से उबर गए. स्वास्थ्य विभाग के अनुसार नए मामलों के साथ महाराष्ट्र में अब संक्रमितों का आंकड़ा 44,10,085 पर पहुंच गया है. सरकार ने बताया कि मौजद समय में 42 लाख से ज्यादा लोग होम क्वारंटाइन हैं और करीब तीस हजार लोग संस्थागत क्वारंटाइन हैं. इसके अलावा राज्य में 6,72,434 एक्टिव केस हैं.