पीएम मोदी ने शुक्रवार को देश में पर्याप्त मेडिकल ग्रेड ऑक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए व्यापक समीक्षा बैठक की। स्वास्थ्य, इस्पात, सड़क परिवहन, आदि जैसे मंत्रालयों के इनपुट भी पीएम के साथ साझा किए गए।
देश के कई हिस्सों में कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से फैल रहा है और इसके मद्देनजर ऑक्सीजन की मांग भी बढ़ रही है। गंभीर रूप से पीड़ित कोरोना मरीजों को सांस लेने में तकलीफ होती है और उन्हें ऑक्सीजन की सख्त जरूरत होती है।
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) से जारी एक बयान के मुताबिक, मोदी ने देश में चिकित्सा ग्रेड की ऑक्सीजन की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करने की विस्तार से समीक्षा की।
पीएमओ के मुताबिक, इस समीक्षा बैठक के दौरान स्वास्थ्य, औद्योगिक नीति एवं संवर्धन विभाग, इस्पात, सड़क परिवहन व अन्य मंत्रालयों की ओर से संबंधित जानकारियां प्रधानमंत्री से साझा की गई। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने सभी मंत्रालयों के बीच आपसी समन्वय और राज्य सरकारों के साथ सहयोग सुनिश्चित करने को कहा।
बयान में कहा गया, ‘‘प्रधानमंत्री मोदी ने देश में आक्सीजन आपूर्ति की वर्तमान स्थिति और कोरोना महामारी से अत्यधिक प्रभावित 12 राज्यों में आगामी 15 दिनों में इसके अनुमानित इस्तेमाल की स्थिति की समीक्षा की।’’
इन 12 राज्यों में महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, गुजरात, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान शामिल हैं। इन राज्यों में ऑक्सीजन आपूर्ति की जिलावार स्थिति के बारे में एक विवरण प्रधानमंत्री के समक्ष प्रस्तुत किया गया।
प्रधानमंत्री को बताया गया कि केंद्र व राज्यों की सरकारें लगातार संपर्क में हैं और अनुमानित मांग का ब्योरा भी उनसे साझा किया गया है।
पीएमओ ने बयान में कहा कि इन 12 राज्यों को उनकी अनुमानित जरूरतों के हिसाब से ऑक्सीजन की आपूर्ति कर दी गई है। ऑक्सीजन की बढ़ती मांग के मद्देनजर देश में इसकी उत्पादन क्षमता के बारे में भी प्रधानमंत्री को अवगत कराया गया।
प्रधानमंत्री मोदी ने हर संयंत्र की क्षमता के अनुसार ऑक्सीजन उत्पादन बढ़ाने का सुझाव दिया।
पीएमओ ने कहा कि समीक्षा बैठक के दौरान चिकित्सकीय इस्तेमाल के लिए इस्पात संयंत्रों से होने वाली ऑक्सीजन आपूर्ति के अधिशेष संग्रह की भी समीक्षा की गई।
प्रधानमंत्री ने समीक्षा के दौरान अधिकारियों से कहा कि वह ऑक्सीजन ले जाने वाले टैंकरों का पूरे देश में निर्बाध आवागमन सुनिश्चित करें । बयान में कहा गया कि ऑक्सीजन टैंकरों का एक से दूसरे राज्यों में आवागमन सुनिश्चित करने के लिए उन्हें परमिट के पंजीकरण से छूट दी गई है।
प्रधानमंत्री को बताया गया कि राज्यों और ट्रांसपोर्टर्स को टैकरों के निर्बाध आवागमन के संबंध में आवश्यक सूचना दे दी गई है।
सिलिंडरों में ऑक्सीजन भरने वाले संयंत्रों को भी सभी सावधानियों का ध्यान रखते हुए चौबीसों घंटे काम करने की अनुमति दी गई है। इतना ही नहीं, सरकार ने औद्योगिक इस्तेमाल में आने वाले सिलिंडरों के चिकित्सकीय ऑक्सीजन के लिए इस्तेमाल की अनुमति दी है।
अधिकारियों ने देश में चिकित्सा ग्रेड की ऑक्सीजन आयात करने के संबंध में किए जा रहे प्रयासों के बारे में भी प्रधानमंत्री को अवगत कराया।
भारत में कोविड-19 के एक दिन में रिकॉर्ड 2,17,353 नए मामले सामने आने के बाद देश में अब तक संक्रमित हो चुके लोगों की कुल संख्या बढ़कर 1,42,91,917 हो गई है और इस बीमारी का इलाज करा रहे मरीजों की संख्या 15 लाख के पार चली गई है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के शुक्रवार आठ बजे के अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, संक्रमण से 1,185 और लोगों की मौत होने के बाद कुल मृतक संख्या बढ़कर 1,74,308 हो गई है। देश में 19 सितंबर, 2020 के बाद से एक दिन में सर्वाधिक लोग मारे गए हैं।
संक्रमण के मामलों में लगातार 37वें दिन वृद्धि हुई है। देश में उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 15,69,743 हो गई है जो संक्रमण के कुल मामलों का 10.98 प्रतिशत है जबकि स्वस्थ होने वाले लोगों की दर गिरकर 87.80 प्रतिशत रह गई है।