अम्मान। खाड़ी देश जाॅर्डन के शाही परिवार का आंतरिक कलह अब दुनिया के सामने आ चुका है। किंग अब्दुल्ला द्वितीय के सौतेले भाई और जॉर्डन ने पूर्व क्राउन प्रिंस हमजा बिन हुसैन ने आरोप लगाया है कि उन्हें घर में नजरबंद कर दिया गया है। हमजा ने एक निजी चैनल को भेजे पांच मिनट के वीडियो में देश में जारी भ्रष्टाचार, राजनीतिक अक्षमता और उत्पीड़न जैसे आरोप लगाए हैं। बताया जा रहा है। जॉर्डन में राजशाही और सरकार के खिलाफ बोलने और टिप्पणी करने के मामले में 19 लोगों को पहले ही हिरासत में लिया जा चुका है। वहीं पूर्व क्राउन प्रिंस हमजा बिन हुसैन पर तख्तापलट की साजिश रचने का आरोप लगाया गया है। उनसे कहा गया है कि वे केवल परिवार से मिलने के अलावा किसी भी काम के लिए घर से बाहर न निकलें। प्रिंस हमजा ने आरोप लगाया है कि उनके घर के सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस को भी बंद कर दिया गया है। उन्हें दुनिया से अलग कर दिया गया है। हमजा ने अपने वकील के जरिए साझा किए गए पांच मिनट के वीडियो में कहा कि सुबह जॉर्डन के सशस्त्र बलों के प्रमुख ने मुझसे एक मुलाकात की। मुलाकात के दौरान उन्होंने मुझे सूचित किया कि मुझे घर से बाहर जाने और लोगों के साथ बातचीत करने की अनुमति नहीं है। उन्होंने एक तरह से नजरबंद कर दिया है। उन्हांेने बताया कि मैं जिन बैठकों में शामिल हुआ या सोशल मीडिया पर जो कुछ भी लिखा उससे सरकार या राजा की आलोचना हुई थी।
यह आदेश कथित तौर पर प्रिंस हमजा की उस यात्रा के बाद आया है, जिसमें उन्होंने राजधानी अम्मान के बाहर एक जनजाति के नेता से मुलाकात की थी। इस मुलाकात के बाद ही राजनीति में गर्माहट आ गयी है। इस दौरान उन्होंने उस ट्राइब को समर्थन दिए जाने का ऐलान भी किया था। प्रिंस हमजा का कहना है कि ऐसा कर उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है। सेना प्रमुख जनरल युसेफ ह्यूनिटी ने उन रिपोर्टों का खंडन किया कि प्रिंस हमजा को गिरफ्तार कर लिया गया है। जॉर्डन के सेना प्रमुख ने कहा कि प्रिंस से उन गतिविधियों को रोकने के लिए कहा गया है, जिससे देश की सुरक्षा को खतरा हो सकता है। एक जांच अभी भी जारी है और इसके परिणामों को पारदर्शी और स्पष्ट रूप में सार्वजनिक किया जाएगा। कोई भी कानून से ऊपर नहीं है और जॉर्डन की सुरक्षा और स्थिरता सभी से ऊपर है।