देश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर से हाहाकार मचा हुआ है। इस संकट के बीच अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी हो गई है। जिस कारण मरीज दम तोड़ रहे हैं। इसी बीच पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने आज ऑक्सीजन (oxygen) सप्लाई की किल्लत के मुद्दे पर एक हाईलेवल बैठक की है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने ऑक्सीजन की उपलब्धता पर समीक्षा बैठक के दौरान अधिकारियों को आदेश दिया है कि ऑक्सीजन की सप्लाई में तेजी लाई जाए। ताकि लोगों का जीवन बच सके।
बता दें कि पीएम मोदी ने इस अहम बैठक में देशभर में ऑक्सीजन की आपूर्ति की समीक्षा करने और इसकी उपलब्धता को बढ़ाने के तरीकों और साधनों पर चर्चा करने के लिए एक हाई लेवल बैठक (High level meeting) की अध्यक्षता की।
पीएम नरेंद्र मोदी को बैठक (Meeting) में अधिकारियों ने बीते कुछ हफ्तों में ऑक्सीजन की आपूर्ति (oxygen supply) में सुधार की कोशिशों पर जानकारी दी है। इस बीच पीएम मोदी ने कई पहलुओं पर तेजी से काम करने की जरूरत के बारे में चर्चा की।
बैठक के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने ऑक्सीजन का उत्पादन बढ़ाना, सप्लाई (supply) की गति में तेजी और स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए ऑक्सीजन देने के लिए नए तरीकों का उपयोग करने पर जोर दिया है।
राज्यों के साथ तालमेल बिठाया जा रहा
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बैठक पीएम मोदी को बताया गया है कि ऑक्सीजन की मांग और उसके अनुसार पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए देश के राज्यों के साथ तालमेल बिठाया जा रहा है। साथ ही बताया कि कैसे राज्यों को ऑक्सीजन की आपूर्ति लगातार बढ़ रही है।
इसके अलावा पीएम मोदी को जानकारी दी गई है, लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन (Liquid medical oxygen) को भारत सरकार (Indian Government) ने 21 अप्रैल से राज्यों को 6,822 मीट्रिक टन (Metric ton) प्रतिदिन आवंटित किया गया है। पिछले कुछ दिनों ऑक्सीजन की मांग बेहद तेजी से बढ़ी है।
इसके बाद पीएम मोदी ने अधिकारियों (officers) को आदेश दिया है कि विभिन्न राज्यों में ऑक्सीजन की आपूर्ति निर्बाध तरीके से हो, यह सुनिश्चत किया जाना चाहिए। स्थानीय प्रशासन (Local administration) के साथ तालमेल बिठाकर ऑक्सीजन की सप्लाई जितनी जल्दी हो सके कराई जाए। राज्यों (States) को ऑक्सीजन की जमाखोरी (Hoarding) को कड़ाई से रोका जाए।