कोरोना महामारी के बीच इस साल की हज यात्रा को लेकर बड़ा फैसला लिया गया है।
भारत में हज समिति(एचएसआई) ने कहा है कि किसी भी,
भारतीय मुस्लिम को तब तक वार्षिक हज यात्रा,
जेद्दा में भारतीय महावाणिज्य दूतावास के ताजा निर्देशों के बाद यह घोषणा की।
जब तक कि उसने कोरोना वैक्सीन की दोनों खुराक नहीं ली है। एचसीआई के सीईओ मकसूद अहमद खान ने गुरुवार को देर रात सऊदी अरब के स्वास्थ्य मंत्रालय और जेद्दा में भारतीय महावाणिज्य दूतावास के ताजा निर्देशों के बाद यह घोषणा की
अभी तक हज यात्रा की स्थिति पर कोई आधिकारिक बातचीत नहीं हुई है।
साथ ही उन लोगों को सलाह दी गई है,
जिन्होंने हज 2021 के लिए वैक्सीन की पहली खुराक लेने के लिए आवेदन किया था,
अब उन्हें यात्रा से पहले दूसरी खुराक दी जा सकती है।
हालांकि, खान ने स्पष्ट किया कि सऊदी अरब के अधिकारियों की ओर से अभी तक हज यात्रा की स्थिति पर कोई आधिकारिक बातचीत नहीं हुई है।
मदीना में ठहराव की अवधि में भी कटौती कर दी गई है.
खान ने कहा, यदि भारतीय मुस्लिम समुदाय हज-2021 के लिए जाते हैं, तो उनके लिए जून के मध्य से उड़ानें शुरू होंगी। इस वर्ष जुलाई 2021 को हज का फर्ज अदा होना है।
वहीं दूसरे देशों, ग्रीन व अजीजिया दोनों ही श्रेणी के हज यात्रियों पर यह बोझ बढ़ेगा. नए बरस में हज यात्रा पर जाने वालों को तीन से सवा तीन लाख रुपए अदा करने होंगे. इसके अलावा हज यात्रियों के मक्का व मदीना में ठहराव की अवधि में भी कटौती कर दी गई है.