कोरोना वैक्सीन की कमी की खबरों के बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा है।
उन्होंने यह टिप्पणी उस वक्त की है जब महाराष्ट्र और कुछ अन्य राज्यों में कोविड-रोधी टीके की कमी होने की खबरें आई हैं। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण के बढते संकट के बीच टीके की कमी होना बहुत गंभीर समस्या है और केंद्र सरकार को पक्षपात किए बिना सभी राज्यों की मदद करनी चाहिए।
राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ‘‘बढते कोरोना संकट में टीके की कमी एक अतिगंभीर समस्या है, ‘उत्सव’ नहीं है। अपने देशवासियों को खतरे में डाल कर वैक्सीन का निर्यात करना क्या सही है?’’ कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘केंद्र सरकार सभी राज्यों की, बिना पक्षपात के मदद करे। हम सबको मिल कर इस महामारी को हराना होगा।’’
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि देश में एक बार फिर से बढ रहे कोरोना संकट के बीच बच्चों को परीक्षा में बैठने को लेकर विवश करने के लिए सीबीएसई जैसे बोर्ड जिम्मेदार हैं। उन्होंने यह भी कहा कि परीक्षा रद्द की जाए या फिर ऐसी व्यवस्था की जाए कि बच्चों को भीड़ वाले परीक्षा केंद्रों पर जाने की जरूरत न पड़े।
कांग्रेस महासचिव ने ट्वीट किया, ‘‘कोरोना वायरस का संक्रमण एक बार फिर से हमारे देश को अपनी चपेट में ले रहा है । ऐसे में परीक्षा का दबाव डालने से बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य पर असर पड़ेगा। हमारी शिक्षा व्यवस्था को अपने रुख में व्यापक बदलाव करने की जरूरत है और बच्चों के प्रति संवेदनशीलता तथा करुणा का भाव दिखाना चाहिए, न कि इस बारे में सिर्फ सम्मेलनों एवं संगोष्ठियों में बात की जानी चाहिए।’’
प्रियंका ने आरोप लगाया, ‘‘मौजूदा हालात में बच्चों को परीक्षा में बैठने के वास्ते विवश करने के लिए सीबीएसई जैसे बोर्ड पूरी तरह जिम्मेदार हैं।’’ उन्होंने सरकार से आग्रह किया, ‘‘बोर्ड की परीक्षाओं को या तो रद्द किया जाए या फिर इनके कार्यक्रम में बदलाव किए जाएं अथवा इस तरह से परीक्षा आयोजित की जाए कि बच्चों को भीड़भाड़ वाले किसी परीक्षा केंद्र पर जाने की जरूरत नहीं हो।’’