अमरनाथ यात्रा (Amarnath Yatra Regstration 2021) के लिए पंजीकरण की प्रक्रिया गुरूवार से शुरू हो चुकी है। 28 जून से शुरू होने जा रही यात्रा के लिए भक्त देश भर के 446 बैंक शाखाओं में एडवांस रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। कोरोना महामारी की वजह से 2020 में यात्रा रद्द कर दी गई थी। इसके अलावा 2019 में भी आर्टिकल 370 के हटने के बाद सुरक्षा कारणों से यात्रा को बीच में ही रोकना पड़ा था।
56 दिन की यात्रा, 6 लाख श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद
यात्रा प्रबंधन का जिम्मा संभाल रहे अमरनाथ श्राइन बोर्ड अधिकारियों का कहना है कि 56 दिन चलने वाली यात्रा के दौरान 6 लाख श्रद्धालु जम्मू कश्मीर आएंगे। इसके लिए ना सिर्फ खास तैयारी की गई है बल्कि राज्य के पर्यटन उद्योग को और बढ़ावा मिलेगा। अमरनाथ यात्रा 28 जून से शुरू होगी और यह 22 अगस्त तक चलेगी। यह पहली बार होगा कि जब अमरनाथ यात्रा 56 दिनों तक चलेगी।
ऐसे कराएं रजिस्ट्रेशन
- श्रद्धालुओं को पंजीकरण कराने के लिए अमरनाथ श्राइन बोर्ड की साइट www.shriamarnathjishrine.com पर जाना होगा। साइट पर हर राज्यवार सूची दी गई है।
- कोरोना की वजह से सभी भक्तों को जो यात्रा में शामिल होना चाहते हैं उन्हें डॉक्टरों और चिकित्सा संस्थानों द्वारा जारी स्वास्थ्य प्रमाण पत्र को लाना जरूरी है। इसके लिए स्वास्थ्य प्रमाण पत्र 15 मार्च 2021 के बाद जारी होने चाहिए और यह केवल पंजीकृत बैंक की शाखाओं में स्वीकार किए जाएंगे।
- बोर्ड की साइट पर शिविरों तक पहुंचने की जानकारी के अलावा पंजीयन शुल्क, पालकी और टट्टू आदि के शुल्क के बारे में भी जानकारी दी गई है। श्रद्धालू को पंजाब नेशनल बैंक पीएनबी के 316 ब्रांच, जम्मू कश्मीर बैंक के 90 ब्रांच और यश बैंक की 40 ब्रांचों में अपना रजिस्ट्रेशन करा सकेंगे।
- उन यात्रियों का पंजीयन नहीं किया जाएगा जिनकी उम्र 13 वर्ष से कम या 75 वर्ष से अधिक है। इसके अलावा उन महिलाओं का भी पंजीकरण नहीं होगा जो 6 हफ्ते की गर्भवती हैं।
- जिन लोगों के पास परमिट है और वो एक दी गई तारीख और रूट के लिए मान्य है तो उन्हें पहले से पंजीकरण की जरूरत नहीं होगी।
- जो लोग हेलीकॉप्टर से यात्रा करना चाहते हैं को उन्हें पहले से पंजीकरण की जरूरत नहीं होगी। उनका टिकट ही पर्याप्त होगा।
दोनों मार्गों से होगी यात्रा
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा की अध्यक्षता में हुई श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड की मीटिंग में यह फैसला किया गया था। जम्मू कश्मीर के केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद ये पहली अमरनाथ यात्रा होगी। तीर्थयात्रा पहलगाम और बालटाल दोनों मार्गों से होगी। 28 जून से शुरू होकर 22 अगस्त को अमरनाथ यात्रा संपन्न होगी। बता दें कि करीब 3, 880 मीटर की ऊंचाई पर भगवान अमरनाथ का धाम है।