सीएम शिवराज ने कहा कि आज शाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बैठक है। इसके बाद प्रदेश के अधिकारियों के साथ बैठक करके जिले की स्थिति पर निर्णय लिया जाएगा। जिन शहरों में पेशेंट अधिक है। वहां आपदा प्रबंधन समूह आवश्यक और उपयुक्त निर्णय लेंगे।
इसी के साथ साथ मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि अब सभी सरकारी दफ्तरों में अगले तीन महीनों तक सप्ताह में केवल 5 दिन मतलब सोमवार से लेकर शुक्रवार तक ही काम किया जाएगा। दफ्तरों का समय सुबह 10:00 बजे से शाम 6:00 बजे तक ही रहेगा। उन्होंने कहा कि कोरोना को हराने के लिए दो महत्वपूर्ण कार्य करें ‘मास्क नहीं तो बात नहीं’, ‘मास्क नहीं तो सामान नहीं।’ आप किसी भी ऐसे व्यक्ति से बात न करें जो मास्क न लगाए हो। यदि आप सामान लेने बाजार जाते हैं और दुकानदार ने मास्क नहीं लगाया है तो आप उस दुकानदार से सामान न खरीदें।
सीएम शिवराज ने कहा कि बड़े शहर में कंटेनमेंट जोन बनाए जा रहे हैं। क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक भी जारी है। प्रदेश में ऑक्सीजन की समस्या को सुलझाने के लिए भिलाई से बात की गई है। अब भिलाई से अतिरिक्त ऑक्सीजन की खपत पूरी होगी। जिसके बाद प्रदेश में ऑक्सीजन की कमी नहीं रहेगी। सभी जिलों मे आपदा प्रबंधन समूह की बैठक के निर्देश दिए गए हैं। एक लाख बिस्तर की व्यवस्था के निर्देश दिए गए हैं।
सीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री से चर्चा के बाद जिले के कलेक्टर और एसपी से बात की जाएगी। वर्चुअल मीटिंग के बाद गंभीर परिस्थिति से निपटने के लिए जो निर्णय उचित होगा। वह लिया जाएगा उन्होंने कहा कि परीक्षा की घड़ी है संयम धैर्य बनाकर रखें। हम लड़ेंगे और जीतेंगे भी।
बता दें कि पिछले दिनों सीएम शिवराज ने कहा कि मध्यप्रदेश में कोरोना से स्थिति भयावह होती जा रही है। राज्य शासन की तरफ से हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं वहीं सीएम शिवराज ने कहा कि यदि प्रयास के बाद भी प्रतिफल सही नहीं रहते हैं तो एक ही विकल्प बचता है। वो है लॉकडाउन (LOckdown) का। हालाकि सीएम ने स्पष्ट किया था कि लॉकडाउन से मध्य प्रदेश की जनता के रोजी रोजगार पर इसका प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। जिसके बाद स्थिति और भी भयावह हो जाएगी। वही शिवराज ने दूसरे विकल्प के रूप में यह भी कहा था कि जहां संक्रमण की रफ्तार तेज है। उन जिलों में मिनी लॉकडाउन लगाकर संक्रमण की चेन को तोड़ा जा सकता है।
अब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अधिकारियों के साथ हाई लेवल मीटिंग कर रहे हैं। बता दें कि इससे पहले सरकार ने कल नाइट कर्फ्यू, लॉक डाउन, सरकारी कार्यालय को लेकर कई बड़े फैसले किए थे। वही आज की बैठक के बाद निश्चय ही संक्रमण को रोकने के लिए कोई बड़ा निर्णय लिया जा सकता है। इस दौरान प्रदेश के सीएस, डीजीपी, पीएस, ओएसडी मकरंद देउस्कर, एडीजी इंट, भोपाल के कमिश्नर सहित अन्य अधिकारी भी शामिल रहे।