भगवान शिव की अराधन का पर्व महाशिवरात्रि इस साल 11 मार्च को मनाया जाएगा। फाल्गुन मास की कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी को शिवरात्रि का पर्व मनाया जाता है। ग्रहों की स्थिति की बात करें तो इस बार शिवरात्रि पर चंद्रमा मकर राशि और सूर्य कुंभ राशि में रहेंगे। इस बार शिवरात्रि शिवयोग में मनाई जाएगी।
कहते हैं कि शिवरात्रि पर भगवान शिव की चार पहर पूजा की जाती है। ऐसा कहा जाता है कि अलग-अलग पहर में भगवान शिव की पूजा से भगवान प्रसन्न होते हैं। शिवरात्रि को रात्रि के चारों पहरों में पृथक पूजन का भी विशेष विधान है: प्रथम पहर में दूध से स्नान तथा ‘ॐ ह्रीं ईशानाय नम:’ का जाप करें। द्वितीय पहर में दधि स्नान करके ‘ॐ ह्रीं अघोराय नम:’ का जाप करें। तृतीय पहर में घृत स्नान एवं मंत्र ‘ॐ ह्रीं वामदेवाय नम:’ का जाप करें। चतुर्थ पहर में मधु स्नान एवं ‘ॐ ह्रीं सद्योजाताय नम:’ मंत्र का जाप करें।
महाशिवरात्रि 2021 शुभ मुहूर्त-
निशीथ काल पूजा मुहूर्त :24:06:41 से 24:55:14 तक।
अवधि :0 घंटे 48 मिनट।
महाशिवरात्रि पारणा मुहूर्त :06:36:06 से 15:04:32 तक।