महाराष्ट्र में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं और रुकने का नाम ही नहीं ले रहे हैं। कोरोना के कहर ने प्रशासन और आम लोगों की चिंता बढ़ा दी है। सिर्फ 6 दिनों के भीतर राज्य में 50 हजार से ज्यादा मामले दर्ज किए जा चुके हैं। ऐसे में लोगों को डर है कि राज्य में दोबारा लॉकडाउन लगाया जा सकता है। 28 फरवरी को मुख्यमंत्री ने लॉकडाउन को लेकर कहा था कि वह इसे थोपना नहीं चाहते, मजबूरी भी कोई चीज है। जिसके बाद से महाराष्ट्र में लगातार मामलों में उछाल देखा जा रहा है।
पिछले हफ्ते में 1 मार्च को छोड़कर राज्य में औसतन 7 हजार मामले दर्ज किए गए हैं। 1 मार्च को 6,397 नए मामले दर्ज किए गए थे। कुल मिलाकर, 28 फरवरी और 5 मार्च के बीच, महाराष्ट्र में 51,612 नए कोरोना मामले दर्ज किए गए हैं।
28 फरवरी को, महाराष्ट्र में दैनिक संक्रमण की संख्या 8,283 थी। एक मार्च को संख्या कम होकर 6,397 हुई और बाद में 2 मार्च को फिर 7,863 पर पहुंच गई। 3 मार्च को कुल 9,855 नए मामले सामने आए और 4 मार्च को यह संख्या 8,998 थी। 5 मार्च को, राज्य में 17 अक्टूबर, 2020 के बाद से सबसे ज्यादा दैनिक मामले आने की सूचना दी गई, जब राज्य में 10,259 मामलों का उछाल दर्ज किया गया था।
मुंबई भी इन बढ़ते मामलों में लगातार भागीदार रही है, यहैं दैनिक रूप से शहर में हर रोज कोरोना के 900 मामले देखने को मिल रहे हैं।
जिलों में लॉकडाउन
अमरावती जैसे जिलों में लॉकडाउन बढ़ाने को लेकर जल्द ही फैसला लिया जाएगा। पिछले लॉकडाउन के अधिकतर प्रतिबंध 8 फरवरी तक थे, जिले में स्कूल और शैक्षिक संस्थान अभी बंद हैं। अमरावली उन जिलों में से हैं जहां लगातार बढ़ते मामले दर्ज किए जा रहे हैं।
8 से 15 दिनों की डेडलाइन
21 फरवरी को एक प्रेस मीटिंग को संबोधित करते हुए, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा था कि आठ से 15 दिनों में स्थिति की समीक्षा की जाएगी। तब तक, राज्य में किसी भी सामाजिक, सांस्कृतिक, धार्मिक, राजनीतिक सभा को प्रतिबंधित करने के अलावा कोई राज्यव्यापी प्रतिबंध नहीं लगाया गया था।
लॉकडाउन को लेकर क्या कहते हैं मंत्री?
नेशनल लॉकडाउन के एक साल बाद लोगों के कामकाज और प्रतिष्ठानों पर प्रतिबंध लगाना संगत नहीं लगता है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने राज्य में एक और लॉकडाउन करने की अनिच्छा व्यक्त की थी, उन्होंने 28 फरवरी को कहा कि "मैं इसे थोपना नहीं चाहता, लेकिन 'मजबूरी' भी कोई चीज है।" इसके बाद से महाराष्ट्र में लगातार मामले बढ़ रहे हैं।
महाराष्ट्र के मंत्री विजय वडेट्टीवार ने पिछले हफ्ते कहा था कि राज्य सरकार मुंबई लोकल टाइमिंग पर फिर से प्रतिबंधित लगाने पर विचार करेगी, मुंबई लोकल की सेवाओं को 1 फरवरी को जनता के लिए खोल दिया गया था।
बृहन्मुंबई नगर निगम के अतिरिक्त आयुक्त सुरेश काकानी ने कहा कि नागरिक निकाय मुंबई के लिए कोई अतिरिक्त प्रतिबंध लगाने की योजना नहीं बना रहा है क्योंकि यह अभी परीक्षण और निगरानी बढ़ाने पर निर्भर है।