जयपुर। प्रदेश (Pradesh) में आगामी दिनों में चार सीटों पर होने वाले उपचुनाव (Rajasthan assembly by-election) में कांग्रेस भी अब सोशल मीडिया (Social media) को प्रमुख हथियार के तौर पर इस्तेमाल करेगी। कांग्रेस (Congress) अपनी आईटी सेल (IT Sel) के जरिये चारों विधानसभा क्षेत्रों का डेटा (Deta) एकत्रित करेगी। फिर उनसे आधुनिक माध्यमों के जरिये सम्पर्क कर चुनाव फतह करने की कवायद की जायेगी।
कांग्रेस ने भी अब सोशल मीडिया की ताकत को समझ लिया है। भाजपा (BJP) के मुकाबले आईटी के उपयोग में पिछड़ी कांग्रेस अब चार सीटों पर होने जा रहे उपचुनाव में सोशल मीडिया जैसे माध्यमों को आम लोगों तक पहुंचने के लिये अपना प्रमुख हथियार बनाएगी। पार्टी (Party) ने इसके लिए अभी से कवायद भी शुरू कर दी है। चारों सीटों के लिए पार्टी की ओर से कॉर्डिनेशन के लिए पांच-पांच लोगों का ग्रुप बनाया गया है और उन्हें कुछ टास्क दिए गए हैं।
इस कवायद के तहत मतदाताओं का आंकड़ा और सोशल मीडिया का इस्तेमाल करने वाले लोगों की जानकारी जुटाई जाएगी। डेटा एकत्रित हो जाने के बाद पार्टी की आईटी सेल की ओर से उनसे सूचना प्रौद्योगिकी के माध्यम से ही सम्पर्क कर जानकारियां पहुंचाई जाएगी। सोशल मीडिया के जरिए जहां राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का प्रचार-प्रसार होगा वहीं कृषि कानून और महंगाई जैसे मुद्दों पर विफलताओं को लेकर केन्द्र सरकार को घेरा जाएगा।
पार्टी ने प्रदेशभर से 800 आईटी प्रशिक्षित युवाओं को नाम चयनित किए थे। अब इनमें से कुछ युवाओं को उपचुनाव में जिम्मेदारी दी जा रही है। सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्म के जरिए कांग्रेस मतदाताओं खासकर युवा वर्ग को अपने पाले में लाना चाहती है। इसके लिए कांग्रेस ने अपनी आईटी सेल को आगे किया है। सोशल मीडिया पर किए जाने वाले प्रचार-प्रसार की निगरानी स्वयं प्रदेश कांग्रेस के कई नेता करते नजर आएंगे। उपचुनाव में पार्टी केन्द्रीय आईटी सेल के एक्सपर्ट्स की भी मदद ले सकती है।
हाल ही में पार्टी द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर सोशल मीडिया कैम्पेन की भी शुरुआत की गई थी। पार्टी नेताओं का कहना है कि बीजेपी के भ्रामक प्रचार का जवाब देने और आम लोगों तक सरकार के कामकाज को पहुंचाने के लिए सोशल मीडिया अब एक बड़ी जरुरत है। सोशल मीडिया आज के दौर में एक प्रमुख और प्रभावी हथियार है। बीजेपी ने पिछले कई चुनावों में इसका बखूबी इस्तेमाल किया है और अब कांग्रेस भी इसकी अहमियत को समझकर इसे गंभीरता से ले रही है।