चुनावी माहौल के बीच पीएम मोदी ने सोमवार को असम-पश्चिम बंगाल पर दौरे के दौरान कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं की आधारशिला रखी। पश्चिम बंगाल के हुगली में एक रैली के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि बंगाल अब परिवर्तन का मन बना चुका है। आज पश्चिम बंगाल अपने तेज विकास के संकल्प को सिद्ध करने के लिए एक बड़ा कदम उठा रहा है।
बंगाल दौरे के दौरान पीएम मोदी ने आगे कहा कि अब रेलवे को लेकर पश्चिम बंगाल में संभावनाओं के नए द्वार खुल रहे हैं। पूर्वी डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर का बड़ा लाभ पश्चिम बंगाल को होने वाला है। इसका एक हिस्सा चालू भी हो चुका है, बहुत जल्द पूरा कॉरिडोर खुल जाएगा। जिससे बंगाल में भी उद्योगों के लिए अवसर बनेंगे। इससे पहले पीएम मोदी ने असम का दौरा किया।
बंगाल में ममता सरकार पर हमला करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि आज के पश्चिम बंगाल में किराए पर बिल्डिंग भी लेनी हो तो उसमें भी कट लगता है। ये ऐसे बदमाशी कर रहे हैं कि दोनों तरफ से कट लेते हैं। बिना सिंडिकेट की इजाजत के किराए पर बिल्डिंग भी नहीं ले सकते। इस स्थिति को बंगाल के बारे में बनाई गई इस धारणा को हमें मिलकर बदलना है। इसलिए यहां परिवर्तन लाना है, कमल खिलाना है। बंगाल का विकास तब तक संभव नहीं है, जबतक शासन-प्रशासन गुंडों को आश्रय देगा।
आगे कहा कि बंगाल का विकास तब तक संभव नहीं है, जब तक कानून का राज बंगाल में रहेगा। बतक पश्चिम बंगाल के सामान्य जन की सुनवाई करने वाली सरकार यहां नहीं बनती है। बंगाल में निवेश के लिए उत्साह की कमी नहीं है। मुसीबत है तो सरकार ने जो कट, कट का जो कल्चर बनाया है, सिंडिकेट के हवाले बंगाल कर दिया है। उसी के कारण ये माहौल बिगड़ता गया है।
वहीं दूसरी तरफ बंगाल में नरेंद्र मोदी की जनसभा में काफी संख्या में भीड़ उमड़ी। जो इस बात का संकेत दे रही है कि ममता दीदी की विदाई तय है। बंगाल अब मोदी सरकार की नीतियों से जुङना चाहता है। पीएम मोदी ने आगे कहा कि अब रेलवे को लेकर पश्चिम बंगाल में संभावनाओं के नए दरवाजे खुल रहे हैं। पूर्वी डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर का बड़ा लाभ पश्चिम बंगाल को होने वाला है। इसका एक हिस्सा चालू भी हो चुका है, बहुत जल्द पूरा कॉरिडोर खुल जाएगा। जिससे बंगाल में भी उद्योगों के लिए अवसर बनेंगे।
पीएम मोदी ने चुनाव को लेकर कहा कि भाजपा सरकार का गठन सिर्फ राजनीतिक पोरीबोरतन के लिए नहीं होना चाहिए, बल्कि बंगाल में वास्तविक परिवर्तन के लिए होना चाहिए। इसी तरह जो विशेष किसान रेल शुरू की गई है, उसका लाभ आज पश्चिम बंगाल के छोटे किसानों को बहुत तेजी से मिलना शुरू हो रहा है। अभी हाल ही में 100वीं किसान रेल महाराष्ट्र के संगोला से पश्चिम बंगाल के शालीमार तक चलाई गई।