आप रोजाना टेलीविजन पर भी किसी न किसी डियो और परफ्यूम के विज्ञापन अवश्य देखते होंगे। जिसे देखकर आप भी अपनी रोज़मर्रा की ज़िंदगी में डियो और परफ्यूम का इस्तेमाल करने लगते है।
हर रोज त्वचा पर डियो या परफ्यूम का इस्तेमाल करना हमारी त्वचा की सेहत के लिए घातक भी हो सकता है। क्योंकि कई सारे शोध में खुलासा हुआ है कि शरीर से पसीना निकलना बहुत जरूरी है लेकिन डियो और परफ्यूम इसमें अवरोध पैदा कर सेहत से जुड़ी कई समस्याओं को जन्म देते हैं।
डियो और परफ्यूम के साइड इफेक्ट्स -
डिओडरेंट में हानिकारत केमिकल मौजूद होते हैं। जो आपकी स्किन में जलन पैदा कर उसे बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर सकते हैं।
पसीने की प्रक्रिया होती है बाधित : एक रिसर्च के मुताबिक पसीना कम करने के लिए इस्तेमाल में लाए जाने वाले खुशबूदार उत्पाद पसीने की सामान्य प्रक्रिया में बाधा पहुंचाते हैं जिससे शरीर में आर्सेनिक, कैडमियम, लीड और मरकरी जैसे तत्व इकट्ठा हो सकते हैं।
पसीने की बदबू दूर करने के लिए इस्तेमाल में लाया जाने वाला परफ्यूम व डियो न केवल पसीने के ग्लैंड को प्रभावित करते हैं बल्कि शरीर की टॉक्सिफिकेशन की साधारण प्रक्रिया को भी नुकसान पहुंचाते हैं।
कई बार इनमे मौजूत न्यूरोटोक्सिन आपके केंद्रीय तांत्रिक तंत्र को बुरी तरह प्रभावित करता हैं।
हो सकती हैं सांस संबंधी समस्याएं : डियोडरेंट या परफ्यूम में मौजूद केमिकल आपको अल्जाइमर दे सकते हैं। इसके अलावा सांस संबंधी समस्याएं पैदा करने में यह केमिकल सहायक साबित होते हैं। अत्यधिक तेज गंध होने की वजह से ये नाक के तंतुओं को भी क्षतिग्रस्त कर सकते हैं जिससे आपको सांस संबंधी तकलीफें हो सकती है।
हार्मोन्स हो सकते हैं असंतुलित : डियो और परफ्यूम में मौजूद कुछ केमिकल सेहत को बिगाड़कर, हार्मोन्स में असंतुलन पैदा कर सकते हैं। हार्मोनल इम्बेलेंस का प्रभाव न केवल आपकी सेहत पर बल्कि आपके सौंदर्य पर भी पड़ता है।