मुंबई: पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) को लड़ाकू विमान संबंधी जानकारी मुहैया कराने को लेकर हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) के एक कर्मी को गिरफ्तार किया गया है...
महाराष्ट्र पुलिस ने शुक्रवार को बताया कि व्यक्ति भारतीय लड़ाकू विमान और उसकी विनिर्माण इकाई संबंधी खुफिया जानकारी आईएसआई को दे रहा था.
एक पुलिस अधिकारी ने कहा, ”राज्य आतंकवाद रोधी दस्ते (एटीएस) की नासिक इकाई को व्यक्ति के बारे में विश्वसनीय खुफिया जानकारी मिली थी. व्यक्ति आईएसआई के लगातार संपर्क में था.”
पुलिस अधिकारी ने बताया कि व्यक्ति भारतीय लड़ाकू विमान और उसकी संवेदनशील विस्तृत जानकारी संबंधी खुफिया सूचना के अलावा नासिक स्थित ओझर में एचएएल विमान विनिर्माण इकाई, वायुसेना अड्डे और विनिर्माण इकाई में प्रतिबंधित क्षेत्र संबंधी जानकारी दे रहा था.
मिग -21 एफएल विमान और के -13 मिसाइलों के लाइसेंस निर्माण के लिए 1964 में स्थापित एचएएल का एयरक्राफ्ट डिवीजन नासिक के पास ओझर में स्थित है. यह नासिक से 24 किमी और मुंबई से लगभग 200 किमी दूर है।
एचएएल की एयरक्राफ्ट डिवीजन ने अन्य मिग वेरिएंट जैसे मिग -21 एम, मिग -21 बीआईएस, मिग -27 एम और अत्याधुनिक विमान एसयू -30 एमकेआई फाइटर जेट का भी निर्माण किया है. प्रभाग ने मिग श्रृंखला के विमान के ओवरहाल और सुखाई-30 एमकेआई विमानों की मरम्मत और ओवरहाल (आरओएच) भी किया है.